indo-iran pact on chabahar

नई दिल्ली। भारत और ईरान के बीच जब से चाबहार समझौता हुआ है पड़ोसी मुल्क चीन की जलन बढ़ने लगी है। चीनी मीडिया ने भारत और ईरान के बीच हुए 500 मिलियन डॉलर के चाहबार समझौते को लेकर कई सवाल उठाए हैं। चीनी मीडिया ने इस समझौते को ग्वादर बंदरगाह का जवाब बताया है। गौर हो कि ग्वादर बंदरगाह चीन-पाकिस्तान की संयुक्त परियोजना है। यह बंदरगाह चाबहार से महज 72 किलोमीटर पूर्व में स्थित है।

ajmera institute of media studies, bareillyचीन के ग्लोबल टाइम्स न्यूजपेपर ने एक आर्टिकल में लिखा है कि चाबहार समझौता भारत की भू-रणनीतिक आकांक्षाओं का नमूना भर है। बंदरगाह बनाने और चाबहार को विकसित करने से उत्तर-पश्चिमों क्षेत्रों में भारत की पैठ बढ़ सकती है। इसके अलावा मध्य पूर्व, मध्य एशिया और काकेशस में भी नई दिल्ली का प्रभाव बढ़ेगा। अखबार का कहना है कि चाबहार प्रोजेक्ट से इस क्षेत्र में पाकिस्तान पाकिस्तान का आर्थिक और राजनीतिक प्रभाव कम हो जाएगा।

 

साभार : ज़ी मीडिया
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