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जम्मू। जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर संघर्ष विराम के उल्लंघन का मुंहतोड़ जवाब देते हुए बीएसएफ ने शुक्रवार को पाकिस्तान रेंजर्स के सात जवानों और एक आतंकवादी को मार गिराया। संघर्ष विराम के उल्लंघन की इस घटना में बीएसएफ का एक जवान भी घायल हो गया। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने एक बयान में बताया कि पाकिस्तान रेंजर्स के जवानों ने कठुआ के हीरा नगर में भारतीय चौकियों पर सुबह करीब 9:35 बजे हमले (स्नाइपर अटैक) किए।

बीएसएफ के जवानों ने पाकिस्तानी गोलीबारी का करारा जवाब दिया और इस जवाबी कार्रवाई में सात रेंजर्स और एक आतंकवादी मारे गए। उसने कहा कि ‘सूत्र से मिली जानकारी’ के अनुसार पाकिस्तान के मीडिया समूह पांच रेंजर्स के मारे जाने की खबर चला रहे हैं।

बीएसएफ की ओर से यह मुंहतोड़ जवाब उस वक्त दिया गया जब इसी इलाके में शुक्रवार सुबह पाकिस्तान रेंजर्स के जवानों के हमले में कांस्टेबल गुरनाम सिंह घायल हो गए। सिंह की हालत गंभीर थी और ऐसे में कवर फायरिंग करते हुए उनको बाहर निकाला गया और जम्मू स्थित गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। बीएसएफ के जवानों ने कल इसी इलाके में छह आतंकवादियों के एक दल की घुसपैठ की एक बड़ी कोशिश विफल कर दी थी।

एक बीएसएफ अधिकारी ने कहा, ‘कठुआ जिले में हीरानगर के बोबिया इलाके में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर आज करीब पौने दस बजे पाकिस्तानी रेंजर्स ने अग्रिम सीमा चौकियों पर छोटे हथियारों से गोलीबारी की।’ अधिकारी ने कहा, ‘सीमा की सुरक्षा कर रहे बीएसएफ जवानों ने जवाबी कार्रवाई की। दोनों पक्षों में गोलीबारी 15 मिनट से भी ज्यादा समय तक चली। एक बीएसएफ जवान घायल हो गया।’

पीओके में भारतीय सेना के लक्षित हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम उल्लंघन की 31 घटनाएं हो चुकी हैं। भारतीय और पाकिस्तानी सुरक्षाबलों के बीच इस सेक्टर में चार दिन से गोलीबारी चल रही है। पाकिस्तानी सैनिकों ने पिछले चार दिनों में पांचवीं बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया। पाकिस्तानी सैनिकों ने गुरुवार को राजौरी जिले के भीम्बेर गली सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास भारी गोलाबारी की थी।

उधर, बीएसएफ के महानिरीक्षक (जम्मू) डीके उपाध्याय ने कहा, ‘हम उनको मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। हमने उनको भारी नुकसान पहुंचाया है।’ उन्होंने कहा कि जवानों को अलर्ट पर रखा गया है तथा पाकिस्तान के ‘सीमा कार्रवाई बल’ (बीएटी) के किसी भी हमले को नाकाम करने के लिए व्यवस्था की गई है।

भाषा

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