up election 2017, bjp national executiveनयी दिल्ली। देश से भ्रष्टाचार मिटाने में जुटे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में भारतीय जनता पार्टी चुनाव सुधार और पारदर्शिता को लेकर बेहद संजीदा है। पीएम ने शनिवार को हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी में संकेत और संदेश दिया कि पार्टी के नेता अपने नाते रिश्तेदारों के लिए टिकट न मांगें। संभावना है कि भाजपा मकर संक्रान्ति पर टिकटों की घोषणा शुरू कर सकती है।

शनिवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी के समापन सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में पारदर्शिता की संस्कृति बढ़ रही है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और चुनाव आयोग की ओर से भी बातें उठी हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह खुद भी सहमत है कि राजनीतिक दलों को मिलने वाले चंदे मे पारदर्शिता होनी चाहिए। अगर सभी दलों की सहमति बने तो भाजपा अगुवाई करने के लिए तैयार है। गौरतलब है कि गंभीर अपराध के मामले में आरोप तय होने पर भी चुनाव लड़ने से पाबंदी की बातें उठी हैं।

सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री ने इसका उल्लेख तो नहीं किया लेकिन उन्होंने चुनाव सुधार की दिशा में बढ़ने वाले हर कदम के समर्थन की बात कही। पांच राज्यों मे चुनाव के लिए उम्मीदवारों की घोषणा अब अंतिम चरण में है। शनिवार की देर शाम भी उत्तर प्रदेश के भाजपा नेताओं के बीच लंबी मंत्रणा चली।

प्रधानमंत्री ने साफ तौर पर संदेश दिया कि उम्मीदवार तय करना संगठन का काम है और संगठन की जिम्मेदारी होती है कि नीचे तक काम करने वाले कार्यकर्ताओं का ध्यान रखा जाए। सूत्र बताते हैं कि उन्होंने यह संकेत दे दिया कि कोई नेता अपने नाते रिश्तों के लिए वोट न मांगे। बताते हैं कि कई स्थानों से बड़े नेताओं ने अपने रिश्तेदारों के लिए टिकट की मांग रखी है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भ्रष्टाचार और नोटबंदी पर कहा कि हमारी प्रतिबद्धता गरीबों के जीवन स्तर को बेहतर करना है। नोटबंदी भ्रष्टाचार, कालेधन के खिलाफ दीर्घकालिक उपायों का हिस्सा है। भ्रष्टाचार एक बड़ी सामाजिक बुराई है और अनियमित नकदी प्रवाह भ्रष्टाचार पर नियंत्रण में बड़ी बाधा है।

भाजपा की दो दिनों की राष्ट्रीय कार्यकारिणी को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि भाजपा अपनी संगठनात्मक ताकत का इस्तेमाल गरीबों का दिल जीतने के लिए करे, जनता की सेवा भगवान की सेवा के बराबर है।

रविशंकर प्रसाद के मुताबिक पीएम मोदी ने कहा कि मोदी ने लोगों की आंतरिक शक्ति को नमन किया और कहा कि उन्होंने नोटबंदी के उद्देश्य को समझा। प्रधानमंत्री मोदी ने राजनीतिक दलों को चंदे में पारदर्शिता लाने की बात की और मुद्दे पर राजनीतिक दलों के बीच आमसहमति का आह्वान किया।

भाजपा ने नोटबंदी के बाद स्थिति को ‘पवित्र आंदोलन’करार देत हुए शनिवार को कहा कि इस दौरान जनता ने अस्थायी परेशानी को पूरे उत्साह के साथ स्वीकार किया और अब काला धन बैंकों जमा हो चुका है जिससे अधिक राजस्व होगा और सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) पहले से बड़ा और स्वच्छ होगा।

पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दूसरे एवं आखिरी दिन पारित आर्थिक प्रस्ताव में आरोप लगाया गया है कि विपक्ष देश के सकारात्मक माहौल को खत्म करके सरकार को बदनाम करने का प्रयास कर रहा है।

भाजपा ने कहा कि नोटबंदी ‘एक साहसिक कदम है जिसका मकसद गरीबों की भलाई है।’ देश भर में चले इस पवित्र आंदोलन में आम लोगों ने पूरे उत्साह और सकारात्मक ऊर्जा के साथ कतारों में खड़े होकर अस्थायी दिक्कत का सामना किया, लेकिन विपक्ष सरकार को बदनाम करने के लिए विध्वंसक ऊर्जा के साथ-साथ नकारात्मक हो चुका है और देश के सकारात्मक माहौल को बर्बाद करने का प्रयास कर रहा है।’

एजेन्सी

 

 

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