बरेली। बरेली सहित मण्डल भर के फिजियोथेरिपस्ट्स ने बीते रविवार 16 जुलाई को नयी दिल्ली के जन्तर-मन्तर पर अनशन कर धरना दिया। यह धरना स्थायी फिजियोथेरेस्ट्सि काउंसिल के गठन की मांग को लेकर किया गया था। बता दें कि ‘‘दि इण्डियन एसोसिएशन आफ फिजियोथेरेस्ट्सि’’ ने मेडिकल काउंसिल की तरह फिजियोथेरेपी काउंसिल की मांग कई दशक से उठा रहा है। इसी मांग को लेकर यह अनशन आहूत किया गया था।
दिन भर अनशन के बाद शिवसेना सांसद संजय राउत ने वहां पहुंचकर एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. उमाशंकर मोहंती को पानी पिलाकर अनशन तुड़वाया। उन्होंने इस मांग को लेकर स्वास्थ्य मंत्री से बात करने का आश्वासन दिया।
बरेली से इस अनशन में डा. विक्रम सिंह भदौरिया, डा. गौरी शंकर शर्मा, डा. राहुल दीप, डा. आकाश सक्सेना, डा. सीपी पटेल, डा. आलोक वैश्य, डा. वैभव शर्मा, डा. आयुष और डा. अभिषेक चौधरी समेत बड़ी संख्या में फिजियोथेरेपिस्ट जंतर-मंतर पहुंचे थे।
वहां से लौटकर विक्रम भदौरिया और गौरी शंकर शर्मा ने बताया कि एसोसिएशन की यह मांग 50 साल से भी ज्यादा पुरानी है। उन्होंने कहा कि फिजियोथेरेपिस्ट्स भी अन्य चिकित्सकों की तरह बीमारी का पता लगाने के लिए एक्स-रे, पैथोलॉलॉजी आदि को अपनाते हैं। फिर बीमारी और उसके कारणों को ज्ञात करके इलाज के विभिन्न तरीकों में से एक अपनाते हैं। ऐसे में फिजियोथेरेपी को मेडिकल की जगह पैरामेडिकल की श्रेणी में रखना पूर्णतया अनुचित है। इस विधा के पूर्ण सम्मान के लिए काउंसिल का गठन आवश्यक है।