शिक्षामित्रों ने जताया आक्रोश, जमा लगाया बरेली। पौने दो लाख शिक्षामित्रों पर रोजी-रोटी का संकट गहराने के कारण मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार की गई है। बरेली शिक्षामित्रों के दोनों संगठनों ने अलग-अलग प्रदर्शन कर आक्रोश व्यक्त करते हुए न्याय मांगा। एक संगठन का कहना था कि सरकार फैसले पर पुनर्विचार याचिका दाखिल करे तो दूसरे संगठन ने सरकार और सुप्रीम कोर्ट से परिवार समेत सामूहिक इच्छा मृत्यु की मांग की। इनका कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से उनके परिवारों के आगे भुखमरी का संकट पैदा हो जाएगा।

उत्तर प्रदेश समायोजित शिक्षामित्र शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष डा0केपी सिंह के नेतृत्व में प्रवेश पटेल, कपिल यादव, कुमुद केशव आदि डीएम से मिले और मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन सौंपा। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार एवं बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा दायर अपील पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा शिक्षा मित्रों का समायोजन निरस्त कर दिया था जिससे 1 लाख 70 हजार शिक्षामित्रों पर रोजी रोटी का संकट गहरा गया है। अन्तिम पंक्ति में यह भी आदेश है कि शिक्षामित्रों का भविष्य राज्य सरकार को सुरक्षित रखने का अधिकार दिया है इसलिए पुनःविचार को दोबारा अपील करवाई जाये और भविष्य सुरक्षित रखने का निर्णय लिया जाये।

शिक्षामित्रों ने जताया आक्रोश, जमा लगायाइसके अलावा संयुक्त शिक्षा मंच ने भी रामपुर बाग मे अपनी सम्सयाओं को लेकर घरना प्रदर्शन किया और डीएम के माध्यम से राजपाल को सम्बोधित ज्ञापन भेजा है। इस अवसर पर दुष्यंत चौहान व सूरज सिंह सहित सैकड़ों शिक्षामित्र मौजूद रहे। यहां गांधी उद्यान के पास इन लोगों ने जाम लगाया। कुछ ही देर में वहां वाहनों की लम्बी कतारें लग गयीं। सर्वाधिक परेशानी चौकी चौराहे की ओर से आने वाले वाहनों को हुई। बियावानी कोठी की ओर से आने वाले वाहनों को पुलिस कर्मियों कैण्ट और श्यामगंज की ओर डायवर्ट करके अव्यवस्था से बचाया।

शिक्षामित्रों ने जताया आक्रोश, जमा लगायाकुछ देर बाद वहां पहुचें पुलिस कर्मचारियों ने जाम लगा रहे लोगों से बात करके 15 मिनट के लिए जाम खोलने की मोहलत मांगी। कहा कि जाम में अनेक मरीज भी फंसे हुए जिनकी जान को खतरा हो सकता है। तब कहीं जाकर शिक्षामित्रों ने एक तरफ का ट्रैफिक आने-जाने दिया। इन लोगों ने आला प्रशासनिक अफसरों को देने के लिए तैयार किये ज्ञापन में परिवार समेत इच्छा मृत्यु की मांग सुप्रीम कोर्ट और सरकार से की है। इन लोगों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश से उनके परिवारों के समक्ष भुखमरी का संकट उत्पन्न हो जाएगा। ऐसे में इच्छा मृत्यु की अनुमति दी जाये।

पत्रकार से मारपीट, रोष

बरेली। संयुक्त शिक्षा मंच के धरने पर कवरेज को गये टाइम्स ऑफ इण्डिया के पत्रकार पंकुल शर्मा के साथ अभद्र व्यवहार व मारपीट की गई है। उसकी मोटरसाइकिल भी तोड़ डाली। इसको लेकर मीडिया जगत मे रोष है पत्रकारो ने अधिकारियों से कार्यवाही से मांग की है। पत्रकार की शिकायत पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

 

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