हैदराबाद । तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने आज यहां बेगमपेट स्थित अपने नए सरकारी आवास में गृह प्रवेश किया। हालांकि मुख्य विपक्षी कांग्रेस ने दावा किया है कि इस आवास के निर्माण पर 40 करोड़ रूपये के सरकारी धन की फिजूलखर्जी की गई है।
मुख्यमंत्री के नए आवास में गृहप्रवेश के मौके पर कई धार्मिक रीति-रीवाजों को अंजाम दिया गया। इससे पहले राव ‘कैम्प ऑफिस’ आवास में रह रहे थे जिसका निर्माण संयुक्त आंध्र प्रदेश के राजशेखर रेड्डी के शासनकाल में हुआ था। गुरुवार सुबह 5 बजकर 22 मिनट के शुभ मुहूर्त में ‘गृह प्रवेश’ हुआ। इस दौरान वास्तु पूजा, सुदर्शन यज्ञम और पूर्णाहुति की रस्म सम्पन्न हुई।
इस अवसर पर तेलंगाना विधानसभा के अध्यक्ष एस. मधुसूदनचारी, विधान परिषद अध्यक्ष स्वामी गौड़, उप मुख्यमंत्री महमूद अली, राज्य सूचना प्रौद्योगिकी एवं नगर प्रशासन मंत्री एवं राव के बेटे के.टी. रामा राव, निजामाबाद की सांसद एवं चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता और राज्य के सिंचाई मंत्री टी. हरीश राव उपस्थित थे।
धार्मिक गुरु श्री त्रिदंडी श्रीमन्नारायण चिन्ना जीयर स्वामी भी मौजूद थे। सरकारी भवन परिसर में मुख्यमंत्री का आवास एवं कार्यालय, एक कॉन्फ्रेंस हॉल और वहां मौजूद दो भवन शामिल हैं। राज्य सरकार ने इस परिसर का नाम ‘प्रगति भवन’ रखा है। कॉन्फ्रेंस हॉल का नाम ‘जनहित’ रखा गया है, जिसका इस्तेमाल मुख्यमंत्री के बैठक स्थल के तौर पर होगा।
राज्य सरकार की विज्ञप्ति के अनुसार ‘जनहित’ में मुख्यमंत्री किसानों, कामगारों, कारीगरों और नीति निर्माण एवं उनके क्रियान्वयन से संबद्ध लोगों सहित विभिन्न वर्गों के लोगों से बातचीत करेंगे।
‘नए आलीशन बंग्ले’ में जाने को लेकर राव पर निशाना साधते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और विधायक एन उत्तम कुमार रेड्डी ने आरोप लगाया कि इस आवास के निर्माण पर ‘40 करोड़ रूपये के सरकारी धन की फिजूलखर्जी की गई है।’ उन्होंने दावा किया कि अगर इस आवास की जमीन की कीमत लगाई जाए तो कुल खर्च करीब 150 करोड़ रूपये तक पहुंच जाएगा।
रेड्डी ने कहा कि भारत जैसे समाजवादी और लोकतांत्रिक देश में सरकारी धन के इस तरह के दुरूपयोग की इजाजत नहीं दी जा सकती। कुछ मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एक लाख वर्ग फीट से अधिक के क्षेत्र में बनकर तैयार हुए इस नए पॉश सरकारी भवन परिसर में बुलेट प्रूफ बाथरूम सहित कई सुविधाएं और उपाय किए गए हैं।