बरेली। इस वर्ष का दूसरा सूर्य ग्रहण मंगलवार, 2 जुलाई 2019 को लग रहा है। भारतीय मानक समयानुसार इस पूर्ण सूर्य़ ग्रहण का प्रारम्भ रात्रि में 10 बजकर 25 मिनट पर, ग्रहण काल मध्य रात्रि 12 बजकर 53 मिनट पर तथा ग्रहण से मोक्ष रात्रि 3 बजकर 21 मिनट पर होगा।

यह सूर्य ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा तथा दक्षिण अमेरिका, दक्षिण मध्य अमेरिका और प्रशांत महासागर क्षेत्र में दिखाई देगा। ज्योतिषविद् रेनू त्रिपाठी और अनुवंदना माहेश्वरी ने बताया कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य ग्रहण जिस स्थान पर दिखाई देता है, वहीं पर ग्रहण का धर्म शास्त्रीय महत्व होता है। जिस जगह पर सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देता है, वहां पर ग्रहण का सूतक नहीं लगता है।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस दिन गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत होती है। कुंडली में ग्रह दोष के कारण उनके और गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ने की आशंका रहती है। हालांकि इस सूर्य ग्रहण से ऐसी आशंका नहीं है क्योंकि यह भारत में नहीं दिखाई देगा।

इस साल कुल तीन सूर्य ग्रहण का योग है जिनमें से पहला 5-6 जनवरी को लगा था। यह आंशिक सूर्य ग्रहण भारत और आसपास के देशों में दिखाई नहीं दिया था। 02 जुलाई का सूर्य ग्रहण इस साल का दूसरा सूर्य ग्रहण है। यह पूर्ण सूर्य ग्रहण भी भारत और उसके पड़ोसी देशों में नहीं दिखाई देगा।

इस साल का तीसरा सूर्य ग्रहण साल के आखिरी महीने यानी दिसंबर में लगेगा। 26 दिसंबर को लगने वाला यह ग्रहण वलयाकार होगा और भारत व आसपास के देशों में दिखई देगा।

इस कारण लगता है सूर्य ग्रहण

विज्ञान के अनुसार सूर्य गहण  पृथ्वी और चंद्रमा से जुड़ी घटना है। सूर्य ग्रहण के समय चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच में आ जाता है और चंद्रमा के कारण सूर्य ढक जाता। इस कारण सूर्य की रोशनी पृथ्वी पर नहीं आ पाती है। इस घटना को सूर्य ग्रहण कहते हैं।

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