बरेली। रामगंगा मेले में बेटी को गैरजातीय प्रेमी के साथ देख लिया तो पिता ने ही उसे अपने रिश्तेदारों के साथ मिलकर मार डाला। घटना रविवार रात की है। सोमवार को तड़के ही उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना दी तो पुलिस गांव पहुंची। वहां परिजन ने बताया कि लड़की की मौत उल्टी-दस्त के कारण हुई थी। घटना बिथरी चैनुपर के एक गांव की है।
लोगों ने दबी जुबान से बताया कि गांव के एक शख्स की बेटी शहर के एक डिग्री कालेज में बीए प्रथम वर्ष की छात्रा थी। उसकी गांव में ही रहने वाले दूसरी जाति के लड़के से गहरी दोस्ती थी। लड़का छात्रा से उम्र में छोटा है। वह एक इंटर कालेज में दसवीं का छात्र है। दोनों परिवार कार्तिक पूर्णिमा पर रामगंगा मेले में गए। वहां छात्रा लड़के के साथ घूमने लगी। छात्रा के पिता व परिवार के दूसरे लोगों ने दोनों को साथ घूमते देख लिया।
मेले से लौटने के बाद छात्रा के पिता ने उससे काफी भला बुरा कहा मगर वह सुनने को तैयार नहीं थी। रविवार की रात बहस के बाद छात्रा प्रेमी के घर जाने को तैयार हो गई और सामान बांधने लगी तो पिता आग बबूला हो गया। बताया जा रहा है कि पिता ने दो अन्य रिश्तेदारों के साथ मिलकर छात्रा की जमकर पिटाई कर दी, जिससे उसकी मौत हो गई। गांव में किसी को भनक न लगे इसके लिए सुबह होने से पहले छात्रा की लाश जला दी गई।
सुबह जैसे ही गांव के लोगों को भनक लगी उन्होंने बिथरी थाने की पुलिस और डायल 100 को फोन कर दिया। पुलिस गांव दौड़ी और परिवार वालों से लड़की के बारे में पूछताछ की। परिवार वालों ने कह दिया कि वह रिश्तेदारी में गई है। पुलिस ने सख्ती की तो परिवार वालों ने बताया कि रामगंगा के नहाने के बाद उसे ठंड लग गई थी। जिस वजह से कई उल्टी-दस्त हुए और वह मर गई। परिवार वालों की बात सुनकर पुलिस लौट आई।