लखनऊ। (death due to corona virus infection in Bareilly) बरेली में कोरोना वायरस संक्रमण से मौतों के बढ़ते मामलों ने सरकार के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं। साप्ताहिक लॉकडॉउन से पहले शुक्रवार रात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की वीडियो कांफ्रेंस में भी यह मामला उठा। मुख्यमंत्री ने बरेली में कोरोना वायरस संक्रमण से मौत के मामले बढ़ने पर चिंता जताते हुए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को अस्पतालों में बेहतर इंतजाम करने, कंटेन्मेंट जोन में आवाजाही रोकने और ड्रोन कैमरों से निगरानी करने का आदेश दिया।

गौरतलब है कि बरेली में शुक्रवार को एक नामी डॉक्टर समेत 4 लोगों की कोरोना संक्रमण की वजह से मौत हो गई थी जबकि 45 लोगों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आयी थी।

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने वीडियो कांफ्रेंस में प्रदेश के सभी जिलों के प्रशासनिक, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से वार्ता की। उनसे जिलों की स्थिति के साथ ही पेश आ रही समस्याओं के बारे में पूछा। मुख्यमंत्री ने इस बात पर चिंता जताई कि प्रदेश में कोरोना वायरस से मरने वालों की दर 2.66 प्रतिशत है जबकि बरेली में यह तीन प्रतिशत से ऊपर हो गई है। उन्होंने अधिकारियों को अस्पतालों, कोविड केयर सेंटरों में साफ-सफाई, दवा और अन्य व्यवस्थाएं चौकस करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने शहरी क्षेत्रों में सर्विलांस टीम द्वारा घर-घर जाकर सर्वे के माध्यम से मेडिकल स्क्रीनिंग कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सर्विलांस टीमों को पूरी तरह सक्रिय रखा जाए।  मुख्यमंत्री  ने निर्देश दिए कि 25 लाख से कम जनसंख्या वाले जिलों  में न्यूनतम 500 रैपिड एन्टीजन टेस्ट प्रतिदिन तथा 25 लाख से अधिक आबादी वाले जिलों में प्रत्येक दिन कम से कम 1 हजार रैपिड एन्टीजन टेस्ट किए जाएं।

अब सभी जिलों में होगा एंटीजेन टेस्ट

मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के निर्देश पर प्रदेश के सभी 75 जिलों में एंटीजेन टेस्ट किया जाएगा। अभी तक एंटीजेन टेस्ट लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर नगर, गोरखपुर, बलिया और झांसी समेत मेरठ मंडल के सभी छह जिलों में किया जा रहा था। प्रदेश के सभी जिलों में कोरोना के लक्षण वाले सभी व्यक्तियों का एंटीजेन टेस्ट किया जाएगा। इसके लिए सभी जिलों का रैपिड एंटीजेन टेस्ट की किट उपलब्ध कराई जा रही हैं।

 

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