बरेली। कोरोना काल के चलते थैलीसीमिया के मरीजों को रक्त के लिए परेशान होना पड़ रहा है, खासतौर से वे लोग जो बरेली के आसपास के छोटे शहरों और जिलों में रहते हैं। ऐसे ही एक युवती की मदद के लिए मानव सेवा क्लब देवदूत की तरह आगे आया और रक्तदान कर उपचार में मदद की। साथ ही क्लब ने लोगों से नियमित रूप से रक्तदान करने की आपील की है, ताकि मरीजों की जान बचाई जा सके।

शाहजहांपुर की रहने वाली 22 वर्षीय निकिता वर्मा को कोरोना काल से पहले पीजीआई, लखनऊ में महीने में दो बार रक्त चढ़ाया जाता था लेकिन कोरोना संक्रमण फैसने की वजह से वहां रक्त देने से मना कर दिया गया। इस पर उसके अभिभावकों ने पिछले महीने मानव सेवा क्लब, बरेली से संपर्क किया। इस पर क्लब के अध्यक्ष सुरेन्द्र बीनू सिन्हा जो नियमित रक्तदाता हैं, ने बरेली के आईएमए ब्लड बैंक से रक्त के लिए संपर्क साधा तो एक्सचेंज किये बगैर रक्त उपलब्ध कराने में असमर्थता व्यक्त की गई। इस पर पिछले माह क्लब के सदस्यों ने 3 यूनिट रक्त की व्यवस्था कराई। फिर 15 दिन में जरूरत पड़ने पर मानव सेवा क्लब ने आईंएमए ब्लड बैंक में कैंप लगाकर रक्त की व्यवस्था  की। इस कैंप में तनुज कुमार और रवि सक्सेना ने रक्तदान किया।

बरेली के आसपास के छोटे शहरों और जिलों में थैलीसीमिया रोग से ग्रस्त कई मरीज इसी तरह परेशान हैं। खून की व्यवस्था न होने पर ऐसे मरीज की मौत भी हो सकती है। हालांकि बरेली में थैलीसीमिया मरीजों के वेलफेयर के लिए एक सोसाइटी है लेकिन बरेली जिले के बाहर के मरीजों के रजिस्ट्रेशन नहीं किये जा रहे हैं। आईएमए ब्लड बैंक से भी ऐसी ही जानकारी दी गई है। ऐसी स्थिति में मानव सेवा क्लब के अध्यक्ष सुरेन्द्र बीनू सिन्हा ने सभी नियमित और युवा रक्तदाताओं से अपील की है कि वे कोरोना काल में भी नियमित रक्तदान करें। साथ ही जो लोग या संगठन नियमित रूप से रक्तदान शिविर आयोजित करते हैं, वे भी इस काम को जारी रखें क्योंकि रक्तदान से बहुत सी जिंदगियां बच सकती हैं।

error: Content is protected !!