हैदराबाद। हैदराबाद पुलिस ने 1100 करोड़ रुपये के ऑनलाइन गैम्बलिंग रैकेट का पर्दाफाश किया है। कलर प्रिडिक्शन गेम की आड़ में चल रही इस धोखाधड़ी के मामले में एक चीनी नागरिक समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इन्हें बुधवार को दिल्ली से गिरफ्तार किया और गुरुवार शाम को हैदराबाद लेकर आई। इस रैकेट को चीन की एक कंपनी चला रही थी। इसे इस तरह भी कह सकते हैं कि जुए का यह धंधा कॉरपोरेट का नकाब पहन कर किया जा रहा था।

हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर अंजनी कुमार ने बताया कि दो लोगों ने एक ऑनलाइन गैमिंग बेवसाइट के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत की थी। इनका आरोप था कि वेबसाइट ने उनसे क्रमशः 97 हजार और 1.64 लाख रुपये ठग लिये। इसी के बाद जांच शुरू की गई।

बड़े पैमाने पर चल रहे जुए के इस सुनियोजित धंधें मेंपुलिस ने एक चीनी नागरिक या हाओ को गिरफ्तार किया है। वह Linkyun ऐप का साउथ ईस्ट एशिया का ऑपरेशन हेड है। उसके तीन साथी- धीरज सरकार, अंकित कपूर और नीरज तुली दिल्ली की ई-वॉलेट कंपनी डूकीपे के डायरेक्टर्स हैं।

ऑनलाइन गैम्बलिंग चीन की गेमिंग कंपनी बीजिंग टी पावर (Chinese gaming company Beijing Tea Power) के जरिए की जा रही थी। इसके लिए अलग-अलग कंपनियां बनाई गई थीं। पुलिस ने अभी तक 1100 करोड़ के ट्रांजेक्शन का खुलासा किया है। इनमें ज्यादातर ट्रांजेक्शन लॉकडाउन के दौरान किए गए। जांच में पाया गया कि बीजिंग टी पावर नई कंपनियां बनाती थी और रिफ्रेंस से जुड़े सदस्यों के जरिए ऑनलाइन गैम्बलिंग करती थी। पेमेंट अलग-अलग ई-पेमेंट गेटवेज के जरिए लिया जाता है।

ऑनलाइन गैम्बलिंग कलर प्रिडिक्शन के जरिए की जा रही थी। कलर प्रिडिक्शन गेम एक ऐसा एप्लिकेशन है जिसमें एक कलर पर पैसा लगाया जाता है। फिर एक कलर या कलर कॉम्बिनेशन की भविष्यवाणी की जाती है। अगर आपका प्रिडिक्शन सही है तो आप पैसे जीत जाते हैं।

error: Content is protected !!