नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश करते समय एक और परंपरा को बदल दिया गया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट की प्रति पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हस्ताक्षर कराने के लिए जब अपने कार्यालय से निकलीं तो साफ हो गया कि इस बार बजट पेश करने की परंपरा पूर्व से कुछ अलग दिखेगी। दरअसल, इस बर बजट के दस्तावेजों को ब्रीफकेस की जगह एक लाल रंग के कपड़े के बैग में रखा गया था। इस पर अशोक चिन्ह भी बना हुआ था। साथ ही पीले रंग के फीते से पूरा बैग लिपटा हुआ है। वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण और वित्‍त राज्‍यमंत्री अनुराग ठाकुर ने मंत्रालय के बाहर निकलकर मीडिया को बजट की कॉपी रखा बैग दिखाया।

निर्मला सीतारमण बजट को लाल रंग के बैग क्यों लाईं, इस पर मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यन ने कहा, “यह भारतीय परंपरा है। यह पश्चिमी विचारों की गुलामी से निकलने का प्रतीक है। यह बजट नहीं बहीखाता है।”

बजट पेश करने से पहले देश की पहली पूर्णकालिक पहली महिला वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपनी कोर टीम के साथ फोटो खिंचवाई। मगर हर बार जिस तरह से वित्त मंत्रियों के हाथ में ब्रीफकेस होता था, उसके विपरीत इस बार निर्मला सीतारमण के हाथ में लाल रंग के ब्रीफकेस की जगह लाल रंग के बैग में फाइल थी। निर्मला सीतारमण ने इस तरह से अभी तक चली आ रही प्रथा को पूरी तरह बदल दिया। खास बात ये है कि इस बार के बजट को बजट नहीं बल्कि बहीखाता कहा गया है।

बजट पेश करने से पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर, वित्त सचिव सी गर्ग, मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यन और अन्य अधिकारी वित्त मंत्रालय के बाहर फोटो सेशन के दौरान मौजूद दिखीं। बता दें कि इससे पहले किसी भी सरकार में वित्त मंत्री मैरून या ब्राउन रंग के ब्रीफकेस में बजट के दस्तावेज रखते थे और उसमें ही बजट को रखककर लोकसभा में पेश करते थे।

error: Content is protected !!