नई दिल्ली। (Facebook India policy director threatened to kill) कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और भाजपा के बीच फेसबुक (Facebook) और व्हाट्सऐप (WhatsApp) का मामला गरमाने के बीच फेसबुक इंडिया और एशिया की पॉलिसी डायरेक्टर आंखी दास (Ankhi Das, Director, Public Policy, India, South & Central Asia) को जान से मारने की धमकी मिल रही हैं। आंखी दास ने दिल्ली पुलिस के साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई है कि उन्हें फेसबुक और ट्विटर पर धमकाने के साथ ही अश्लील कमेंट्स किए जा रहे हैं, फोन पर भी जान से मारने की धमकियां मिल रही है।

आंखी दास ने शिकायत में कहा है कि 14 अगस्त के बाद से उन्हें ये धमकियां मिल रही हैं। उन्होंने अपनी शिकायत में 5-6 लोगों के नाम भी दर्ज कराए हैं। दिल्ली पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

दरअसल, भारत विरोधी एजेंडा चलाने के लिए कुख्यात अमेरिकी अखबारों में से एक  वॉल स्ट्रीट जर्नल (Wall Street Journal) बीते 14 अगस्त को एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी जिसमें फेसबुक पर आरोप लगाया गया था कि वह भारत में अपना कामकाज बेहतर करने के लिए और बिना किसी समस्या के काम करने के लिए भाजपा नेताओं के समर्थन में काम कर रहा है। इस रिपोर्ट के अनुसार फेसबुक भाजपा नेताओं के हेट स्पीच और हिंसा के लिए उकसाने वाले बयानों को अपने प्लेटफार्म से नहीं हटा रहा है। वह ऐसा अपने हितों को साधने के लिए कर रहा है।

वॉल स्ट्रीट जर्नल की इस रिपोर्ट को राहुल गांधी ने भी शेयर किया। राहुल ने रिपोर्ट की एक तस्वीर डालते हुए ट्वीट किया था और भाजपा एवं संघ पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “भाजपा और आरएसएस भारत में फेसबुक और वॉट्सऐप पर नियंत्रण करते हैं। वे इसके माध्यम से फर्जी खबरें और नफरत फैलाते हैं और मतदाताओं को लुभाने के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं। अंतत: अमेरिकी मीडिया ने फेसबुक के बारे में सच सामने ला दिया है।”

राहुल गांधी के इन आरोपों के बाद फेसबुक के प्रवक्ता ने 16 अगस्त को कहा कि फेसबुक अपने नियमों के मुताबिक बिना किसी राजनीतिक दबाव या भेदभाव के हेट स्पीच जैसे मटेरियल वाले पोस्ट को तुरंत हटाता है। पूरी दुनिया में फेसबुक की यही पॉलिसी है।

केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी के आरोपों पर पलटवार करते हुए ट्वीट किया, “जो हारने वाले लोग अपनी ही पार्टी में लोगों को प्रभावित नहीं कर सकते, वे ऐसा माहौल बनाते रहते हैं कि पूरी दुनिया पर भाजपा और आरएसएस का नियंत्रण है।” उन्होंने कहा, “आप चुनाव से पहले आंकड़ों को हथियार बनाने के लिए कैंब्रिज एनालिटिका और फेसबुक के साथ गठजोड़ करते हुए रंगेहाथ पकड़े गए थे और अब हमसे सवाल पूछने की धृष्टता कर रहे हैं।”

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