नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले बजट (बहीखाते) में महिलाओं के कल्याण पर खासतौर पर फोकस किया गया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपना पहला बहीखाता पेश करते हुए कहा कि इस देश में “नारी तू नारायणी” की परंपरा रही है। स्वामी विवेकानंद ने अपने गुरु स्वामी रामकृष्ण को लिखे एक पत्र में कहा था, “महिलाओं की स्थिति में सुधार के बिना दुनिया के कल्याण की कोई गुंजाइश नहीं है।”
शुक्रवार को संसद में पेश किए गए बहीखाते में महिलाओं को मुद्रा योजना के तहत 1 लाख रुपये तक का लोन देने का ऐलान किया गया है। महिलाओं के जनधन खाते पर 5 हजार रुपये तक के ओवर ड्रॉफ्ट की सुविधा शुरू की गई।