जम्मू। (Chargesheet filed in Pulwama attack) देश को स्तब्ध कर देने वाले पुलवामा हमले के करीब साढ़े 18 महीने बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार, 25 अगस्त 2020 को 5 हजार पन्नों का आरोपपत्र (chargesheet) दाखिल कर दिया। इस चार्जशीट में कुल 20 आतंकवादियों के नाम हैं। इनमें जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर तथा उसके भतीजे उमर फारुक और अदील डार के नाम शामिल हैं। इस चार्जशीट में वारदात में शामिल आतंकियों के बीच बातचीत, व्हाट्सएप चैट की डिटेल्स और पाकिस्तान से अंतरराष्ट्रीय सीमा के जरिये आरडीएक्स लाये जाने की पूरी साजिश की विस्तृत जानकारी भी शामिल है।
14 फरवरी 2019 को हुए इस आत्मघाती हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 40 जवान शहीद हो गए थे। शुरुआती जांच में ही इस हमले में पाकिस्तान से संचालित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का नाम सामने आया था।
जम्मू स्थित एनआईए की विशेष अदालत में पहुंची जांच एजेंसी की टीम ने यह चार्जशीट दायर की है। एनआईए ने पुलवामा हमले में आत्मघाती हमलावर के कई साथियों को गिरफ्तार किया था जिन्होंने पाकिस्तान में बैठे आकाओं के इशारे पर इस हमले को अंजाम देने में आतंकवादी आदिल अहमद डार की मदद की थी। सूत्रों के अनुसार एनआईए ने चार्जशीट में बताया है कि हमले में इस्तेमाल किया गया आरडीएक्स पाकिस्तान से कश्मीर घाटी में लाया गया था।
एनआईए ने चार्जशीट में आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर के भाई अब्दुल रऊफ असगर को भी आरोपित बनाया है। इसके अलावा इसमें मारे गए आतंकवादी मोहम्मद उमर फारूक, आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार और पाकिस्तान से सक्रिय अन्य आतंकवादी कमांडरों के नाम भी शामिल हैं। ये सभी नाम अब तक गिरफ्तार किए गए 6 आरोपितों के अलावा शामिल किए गए हैं।
जांच एजेंसॉ के एक अधिकारी ने कहा कि एजेंसी ने चार्जशीट में सभी आरोपितों के खिलाफ पर्याप्त सबूतों के साथ मजबूत केस बनाया है। इसमें उनकी चैट, कॉल डिटेल्स आदि शामिल हैं जो हमले में उनकी भूमिका की पुष्टि करते हैं।