नई दिल्ली। (UDAN 4) नरेंद्र मोदी सरकार ने दिल्ली-बरेली समेत 78 नए रूट पर हवाई उड़ानों को मंजूरी दे दी है। इन सभी उड़ानों को छोटे और मंझोले शहरों को हवाई नेटवर्क से जोड़ने के लिए शुरू की गई “उड़े देश का आम नागरिक” (उड़ान/UDAN) क्षेत्रीय संपर्क योजना के अंतर्गत स्वीकृति दी गई है। इन सभी रूट पर लोगों को सस्ती दरों पर हवाई यात्रा का मौका मिलेगा।

इन नई उड़ानों के शुरू होने पर सीमांत और खासकर पूर्वोत्तर इलाकों, पहाड़ी इलाकों और द्वीपों पर रहने वाले लोगों को फ्लाइट कनेक्टिविटी मिल पाएगी। जिन नए रूट को मंजूरी दी गई है उनमें पूर्वोत्तर के गुवाहाटी से तेजू, रुसी, तेजपुर, पसिघाट, मिसा और शिलांग शामिल हैं। लक्षद्वीप के कई द्वीपों तक हवाई सेवा को भी उड़ान के चौथे चरण (उड़ान 4) में मंजूरी दी गई है। 

दिल्ली से बरेली, बिलासपुर से भोपाल, कानपुर से मुरादाबाद, अलीगढ़ और चित्रकूट; चित्रकूट से प्रयागराज, श्रावस्ती से कानपुर को मंजूरी दी गई है। वाराणसी से चित्रकूट और श्रावस्ती रूट को भी मंजूरी मिल गई है। चंडीगढ़ से हिसार, देहरादून और धर्मशाला रूट को भी मंजूरी दी गई है।

उड़ान क्षेत्रीय संपर्क योजना के तहत देश के दूर-दराज के तमाम हवाई अड्डों और हेलीपैड्स को जोड़ा जा रहा है। इस योजना के तहत  आवंटित रूटों पर फ्लाइट की 50 प्रतित सीटों का किराया अधिकतम दूरी के अनुसार सरकार तय करती

इस योजना के तहत हर साल लगभग 26.5 लाख सीटें उपलब्ध कराई जाएंगी। इसमें अधिकतम किराया 2500 रुपये प्रति घंटे की दर से वसूला जाता है। यानी अगर दो शहरों के बीच उड़ान की अवधि एक घंटा तक है तो उनके बीच का किराया सिर्फ 2500 रुपये होग।

नरेंद्र मोदी सरकार ने वर्ष 2016 में उड़ान योजना की शुरुआत की थी। इसके तहत अब तक 766 रूट को मंजूरी दी जा चुकी है। सरकार इस वायबिलिटी गैप फंडिंग (VGF) के तहत एयरलाइंस को होने वाले किसी नुकसान की भरपाई के लिए सब्सिडी भी देती है।

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