मऊ। माफिया के खिलाफ अभियान में उत्तर प्रदेश सरकार ने एक और बड़ी कार्रवाई की है। मऊ सदर से बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के गिरोह के संरक्षण में मऊ जिले में बंधा रोड के पास हरित भूमि (Green land) पर बनाए गए स्लॉटर हाउस को जिला प्रशासन ने ध्वस्त करवा दिया। ध्वस्तीकरण की कार्रवाई सिटी मजिस्ट्रेट और क्षेत्राधिकारी के नेतृत्व में की गई। नगर क्षेत्राधिकारी जेएन सचान ने बताया कि एक महीने पहले नोटिस देने के बाद भी अवैध निर्माणकर्ताओं द्वारा कोई भी जवाब नहीं देने पर जिलाधिकारी और न्यायालय के आदेश के अनुपालन में कार्रवाई की गई।
शहर कोतवाली अंतर्गत पठान टोला में बंधा रोड के पास हरित भूमि पर मुख्तार अंसारी गिरोह के लोगों के संरक्षण में बिना नक्शा स्वीकृत कराए बनाए गए अवैध स्लॉटर हाऊस को लेकर जिला प्रशासन द्वारा एक माह पूर्व नोटिस भेजा गया था। अवैध निर्माणकर्ताओं द्वारा इसका कोई भी जवाब नहीं दिया गया। अवैध निर्माण के बाबत कोई भी जवाब नहीं देने पर जिलाधिकारी और न्यायालय के आदेश के उपरांत शुक्रवार को अवैध निर्माण के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की देखरेख में की गई। शुक्रवार को अपरान्ह सिटी मजिस्ट्रेट जेएन सचान, क्षेत्राधिकारी नगर नरेश कुमार भारी संख्या में पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। प्रशासन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की देखरेख में मुख्तार अंसारी गिरोह के संरक्षण में बनाए गए अवैध स्लॉटर हाऊस को बुल्डोजर से ध्वस्त कर दिया गया।
उक्त स्लॉटर हाऊस की कीमत 40 लाख रुपए आंकी गई है। सिटी मजिस्ट्रेट जेएन सचान और क्षेत्राधिकारी नरेश कुमार ने बताया कि अवैध निर्माण के ध्वस्तीकरण के आदेश को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के काफी पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
प्रशासन का कहना है कि यह स्लाटर हाउस खुद मुख्तार अंसारी के आपराधिक गिरोह के संरक्षण में बनाया गया था और संचालित हो रहा था। इसके संचालन में संलिप्त आरोपितों में से गिरोह के 25 लोगों के विरुद्ध के विरुद्ध वर्ष 2019 में संबंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया था। इनमें से मुख्य आठ आरोपितों को बीते महीनों में गैंगस्टर की कार्रवाई कर गिरफ्तार किया गया। उनके विरुद्ध धारा 14 (1) गैंगेस्टर एक्ट (संपत्ति जब्तीकरण) की कार्रवाई भी चल रही है। आपराधिक गिरोहों की आर्थिक कमर तोड़ने के अभियान में इस अवैध स्लाटर हाउस को पुलिस-प्रशासन ने नगर मजिस्ट्रेट के आदेश पर गिरा दिया। गया।
गौरतलब है कि लखनऊ के डालीबाग में मुख्तार अंसारी के पुत्रों द्वारा बनवाए गए दो भवनों को लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने गुरुवार को धवस्त करवा दिया था। ये दोनों निर्माण शत्रु संपत्ति पर कब्जा कर अवैध रूप से कराए गए थे। इससे पहले पिछले महीन एलडीए ने लखनऊ के ही लालबाग में मुख्तार अंसारी से जुड़े एक अवैध निर्माण का बेसमेंट को सील किया था। कागजों में ये इमारत रईस अहमद के नाम पर दर्ज है मगर आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बिल्डिंग के पीछे मुख्तार अंसारी का नाम था।