नई दिल्ली। हेट स्पीच को लेकर उठे विवाद के बाद फेसबुक ने भाजपा नेता टी राजा सिंह के फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट को बैन कर दिया है। भाजपा नेताओं के हेट स्पीच मामले में पक्षपातपूर्ण रवैये के आरोपों के बीच फेसबुक की तरफ से यह बड़ी कार्रवाई की गई है। एक संसदीय पैनल फेसबुक पर लगे आरोपों की जांच भी कर रहा है। गौरतलब है कि विधायक राजा सिंह के एक पोस्ट से ही इस पूरे विवाद की शुरुआत हुई थी।
फेसबुक के प्रवक्ता ने ईमेल में दिए बयान में कहा, “सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर हिंसा और नफरत को बढ़ावा देने वाली सामग्री को रोकने की हमारी नीति का उल्लंघन करने पर हमने टी राजा सिंह को फेसबुक से बैन कर दिया है।” फेसबुक ने इंस्टाग्राम से भी राजा सिंह को बैन कर दिया है।
अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल (WSJ) रिपोर्ट में टी राजा सिंह की एक पोस्ट का हवाला दिया गया था जिसमें कथित रूप से अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की वकालत की गई थी। वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, फेसबुक के इंटरनल स्टाफ ने तय किया था कि “खतरनाक व्यक्तियों और संस्थाओं” वाली पॉलिसी के तहत राजा सिंह को बैन कर देना चाहिए। हालांकि राजा सिंह ने फेसबुक पर भड़काऊ पोस्ट डालने से इन्कार किया।
राजा सिंह ने पिछले महीने ट्विटर पर विडियो जारी करते हुए कहा था कि उनका कोई आधिकारिक फेसबुक पेज नहीं है। विडियो में वह कह रहे हैं, “मुझे इस तरह प्रोजेक्ट किया जा रहा है मानो मैं दुनिया का सबसे खतरनाक व्यक्ति हूं। जब मैं सोशल मीडिया पर कुछ कहता हूं तो कुछ न कुछ होने लगता है।” राजा सिंह ने ट्वीट किया था, “मुझे पता चला है कि मेरे नाम से कई फेसबुक पेज चल रहे हैं लेकिन मैं स्पष्ट करना चाहता कि मेरा कोई आधिकारिक पेज नहीं है। मैं उनकी किसी भी पोस्ट के लिए जिम्मेदार नहीं हूं।”
गौरतलब है कि राजा सिंह तेलंगाना में भाजपा के एकमात्र विधायक हैं और हैदराबाद में गोशामहल सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं।
वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट में हुआ था खुलासा
हाल ही में अमेरिका के एक अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल (WSJ) की रिपोर्ट सामने आई थी जिसमें दावा किया गया था कि फेसबुक इंडिया की पब्लिक पॉलिसी डायरेक्टर ऑंखी दास ने स्टाफ से कहा कि “भाजपा नेताओं की पोस्ट हटाने से देश में कंपनी के कारोबार पर असर पड़ेगा।” फेसबुक के लिए भारत 300 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ताओं का बाजार है, जो सबसे बड़े बाजारों में गिना जाता है।
राहुल गांधी ने उठाया था सवाल
इसी रिपोर्ट का हवाला देते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार पर हमला बोला था। राहुल ने ट्वीट किया था कि भाजपा और आरएसएस भारत में फेसबुक और व्हाट्सएप को नियंत्रित करते हैं। वे इसके माध्यम से फर्जी खबरें और नफरत फैलाते हैं और इसका इस्तेमाल मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए करते हैं। अमेरिकी मीडिया फेसबुक के बारे में सच्चाई के साथ सामने आया है।’
फेसबुक प्रतिनिधि से हुई पूछताछ
संसदीय पैनल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के कथित दुरुपयोग के मुद्दे को उठाने के लिए बुधवार को फेसबुक के प्रतिनिधि को समन भेजा था। उनसे करीब दो घंटे तक पूछताछ हुई, जिसमें भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों के पैनल के सदस्यों ने सोशल मीडिया के दिग्गजों पर मिलीभगत करने और इसे को प्रभावित करने का आरोप लगाया। इन आरोपों का कंपनी ने खंडन किया।
मार्क जुकरबर्ग को लिखा पत्र
इससे पहले मंगलवार को केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी फेसबुक प्रमुख मार्क जुकरबर्ग को पत्र लिखकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के कर्मचारियों को राजनीतिक चुनावों में लोगों की मदद करने का आरोप लगाया था।