A health worker takes a nasal swab of a person for a COVID-19 test at a hospital in New Delhi, India, Monday, July 6, 2020. (AP Photo/Manish Swarup)

नई दिल्ली। (Corona Virus Infection Test Guidelines,) कोरोना वायरस संक्रमण की जांच को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने साझा तौर पर गुरुवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि रैपिड एंटीजन टेस्ट (RTT) से निगेटिव लक्षण आने वाले लोगों का अनिवार्य रूप से RT-PCR टेस्ट किया जाए।

गौरतलब है कि अभी तक रैपिड एंटीजन टेस्ट में निगेटिव पाए जाने के मरीज को निगेटिव मान लिया जाता था लेकिन पॉजिटिव टेस्ट पाए जाने पर RT-PCR टेस्ट के माध्यम से कोरोना वायरस की पुष्टि की जाती थी। माना जा रहा है कि पिछले दिनों कुछ दिनों में जिस तरह से कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में उछाल आया है, उसको देखते हुए ही केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और संघ शासित प्रदेशों को चिट्ठी लिखी है। 

स्वास्थ्य मंत्रालय और ICMR का मानना है कि ऐसा करके हम ज्यादा से ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीजों तक पहुंच सकेंगे और उन्हें इस संक्रमण से बचा पाएंगे। आपने देखा होगा कि कोरोना वायरस को लेकर सरकार लगातार अपनी रणनीति में बदलाव कर रही है। पिछले कुछ महीनों में टेस्ट की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी की गई थी जिसकी वजह से देश में संक्रमितों की संख्या भी तेजी से बढ़ी। लेकिन, अब इस संख्या को और नियंत्रित करने के लिए सरकार हर संदिग्ध मरीज का इलाज करना चाहती है। इसलिए अब एंटीजन टेस्ट के बाद निगेटिव पाए जाने के बाद भी RT-PCR टेस्ट कराया जा सकता है। 

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