वाशिंगटन। पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर हालात फिलहाल समान्य होने की उम्मीद दूर-दूर तक नजर नहीं आ रही। पिछले करीब 6 महीनों में भारत की जमीन हड़पने की तमाम कोशिशें नाकाम होने के बावजूद चीन अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। एक तरफ तो वह हालात सामान्य करने के लिए बातचीत जारी रखने पर जोर दे रहा है, वहीं दूसरी ओर उसने भारत की उत्तरी सीमा पर अपने करीब 60 हजार जवान तैनात कर दिए हैं।

अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ (Mike Pompeo) ने भारत की उत्तरी सीमा पर इन चीनी जवानों की तैनाती की जानकारी देते हुए चीन के “बुरे रवैये” की ओर  दुनिया का ध्यान आकृष्ट किया है। साथ ही क्वाड देशों (भारत, अमेरिका, जापाम, आस्ट्रेलिया) के लिए चेतावनी खड़ी करने को लेकर उस पर निशाना साधा। क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों ने मंगलवार को टोक्यो में मुलाकात की थी। कोरोना वायरस महामारी शुरू होने के बाद चारों देशों की बीच यह पहली आमने-सामने की वार्ता थी। हिंद-प्रशांत, दक्षिणी चीन सागर और पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर चीन के आक्रामक सैन्य रुख के बीच यह बैठक जापान की राजधानी टोक्यो में हुई। 

टोक्यो से लौटकर माइक पोम्पिओ ने शुक्रवार को एक साक्षात्कार में कहा, “भारतीय अपनी उत्तरी सीमा पर 60,000 चीनी सैनिकों की मौजूदगी देख रहे हैं.”  उन्होंने आगे कहा, “मैं भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान के अपने समकक्ष विदेश मंत्रियों के साथ था। यह एक प्रारूप है, जिसे हम क्वाड कहते हैं। चार बड़े लोकतंत्र, चार ताकतवर अर्थव्यवस्थाएं, चार देश, जिनमें से सबकी असल चिंता चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से खड़े किए जोखिम से जुड़ी है।” 

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