नई दिल्ली। आप इसे बाजार की ताकत कहें अथवा समाज के एक बड़े वर्ग द्वारा दी जा रही धमकी का असर या फिर बहुसंख्यक वर्ग का दबाव, आभूषण बनाने वाली मशहूर कंपनी Tanishq Jewellery (तनिष्क जूलरी) को अपना एक विज्ञापन वापस लेना पड़ा। एक अंतरधार्मिक विवाह के बाद गोदभराई की रस्म दिखाने वाला यह विज्ञापन कंपनी ने पिछले सप्ताह रिलीज किया था, जिसके बाद सोमवार को ट्विटर पर #BoycottTanishq ट्रेंड होने लगा। लाखों फेसबुक यूजर्स ने भी इसे लेकर तनिष्क की ओर “बंदूकें” तान दीं। इसके बाद दबाव में आयी कंपनी ने इस विज्ञापन का प्रकाशन-प्रसारण रोक दिया। जिन आभूषणों का यह विज्ञापन था, उनके कलेक्शन का नाम तनिष्क ने “एकत्वम” रखा है। अब यह वीडियो कंपनी के यूट्यूब चैनल पर भी उपलब्ध नहीं है। 

दरअसल, सोशल मीडिया पर तमाम लोगों ने इसे लव जिहाद को बढ़ावा देने वाला विज्ञापन करार दिया और इसे हटाने की मांग करने लगे। हालांकि, कई लोगों ने नफरत और भेदभावपूर्ण ट्वीट्स की आलोचना की और इन्हें भारत परंपरा और संविधान के खिलाफ बताया।

इस विज्ञापन में एक गर्भवती महिला की गोदभराई दिखाई गई है, जिसने साड़ी पहन रखी है और उसकी सास उसे रस्म के लिए ले जा रही हैं। इस विज्ञापन में गर्भवती महिला अपनी सास, जिन्होंने सलवार सूट पहन रखा है और सिर पर दुपट्टा डाल रखा है, से पूछती हैं- मां, लेकिन यह रस्म तो आपके घर में होती भी नहीं न, इसपर सास का जवाब होता है- लेकिन बिटिया को खुश रखने की रस्म तो हर घर में होती है न।

इस विज्ञापन के विरोध में कुछ यूजर्स ने लिखा था कि विज्ञापनों में हमेशा मुस्लिम पति और मुस्लिम पत्नी ही क्यों दिखाते हैं, हिंदू पति और मुस्लिम पत्नी क्यों नहीं? वहीं कुछ ने इसे “तनिष्क़ की हिपोक्रेसी” कहा था। हालांकि, कुछ यूजर्स ने इस ट्रेंड का विरोध किया और दुख जताया। एक यूजर ने लिखा, “दुख होता है यह देखकर कि हम किस तरह के देश में बदलते जा रहे हैं, एक ऐसे देश में जो हमेशा से सेक्युलर कहा जाता रहा है, वहां दो धर्मों को जोड़ने वाले एक विज्ञापन को विरोध के बाद हटाना पड़ रहा है।”

इस विज्ञापन का भारी विरोध होता देख, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने मंगलवार को जबरदस्त नाराजगी जताई। उन्होंने ट्वीट में किया, “अच्छा तो हिंदुत्व ब्रिगेड ने हिंदू-मुस्लिम एकता को खूबसूरती से दिखाने वाले इस विज्ञापन के चलते तनिष्क़ जूलरी का बायकॉट करने की मांग की है। अगर हिंदू-मुस्लिम के ‘एकत्वम’ से उन्हें इतनी दिक्कत है तो वे पूरी दुनिया में हिंदू-मुस्लिम की एकता के प्रतीक खुद भारत का बायकॉट क्यों नहीं कर देते?” कांग्रेस के एक और वरिष्ठ नेता अभिषेक सिंघवी ने भी बायकॉट की बात करने वालों की आलोचना की है। राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व सदस्य शमीना शफीक़ ने भी इस विज्ञापन का बचाव करते हुए लिखा, “थैंक्यू डियर ट्रोलर्स, हमारा ध्यान इस खूबसूरत विज्ञापन की तरफ दिलाने के लिए।”

error: Content is protected !!