बरेली। सुन्नी बरेलवी मुसलमानों के पेशवा आला हजरत फाजिले बरेलवी का 102वां उर्स ए रज़वी दरगाह सैय्यद सुल्तान शाह बाबा बेरी वाले मियां फारीदापुर चौधरी वार्ड न0 28 में हुआ। इस दौरान कोविड-19 की गाइडलाइन के अनुसार सीमित संख्या में करीब 10 लोगों ने उर्स ए रज़वी की रस्म अदा की।
दरगाह के सज्जादा नशीन मो. इस्लाम सुल्तानी ने फहतेहा पड़ा तथा गाय का दूध और तुलसी के पौधे बांटे। उन्होंने लोगों से अपील की वे एक-एक पौधा आला हजरत के नाम से लगाएं। उन्होंने कहा कि उर्स ए रज़वी पूरी दुनिया में मनाया जाता रहा है। लेकिन, इस बार कोविड़-19 (कोरोना वायरस) महामारी के चलते पूरी विश्व बिरादरी को जान और माल का नुक़सान हुआ है। इस सबको देखते हुए इस बार उर्स ए रज़वी बेहद सादगी और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मनाया जा रहा है।
मो. इस्लाम सुल्तानी ने आला हजरत की ज़िंदगी पर रोशनी डाली और जंग ए आज़ादी में उनके खानदान के योगदान की जानकारी दी। बुधवार को दोपहर 2:38 बजे कुल शरीफ़ की रस्म अदा की गई।