हैदराबाद। कोरोना वायरस संक्रमण से 55 साल के एक शख्स की मौत के बाद उसकी पत्नी ने बिल्डिंग के तीसरे माले से कूद कर जान दे दी। स्थानीय प्रशासन ने सूचना मिलने के बाद भी महिला के शव को काफी देर बाद रात में हटाया लेकिन पति का शव वैसे ही पड़ा रहा, जिसे करीब 20 घंटे बाद हटाया गया।
सैनिकपुरी की अंबेडकर कॉलोनी में रहने वाले वेंकटेश एक कंस्ट्रक्शन साइट पर सुपरवाइजर थे। उनकी कोरोना जांच रिपोर्ट पिछले सप्ताह पॉजिटिव आयी थी। उनको पहले से ही कई अन्य बीमारियां थीं। शुक्रवार को उन्होंने दम तोड़ दिया। उनकी मौत की गम में पत्नी धनलक्ष्मी (50) ने उसी दिन अपार्टमेंट के तीसरे फ्लोर से कूदकर जान दे दी।
नालगोंडा के रहने वाले इस दपति की कोई संतान नहीं थी। पास में ही रहने वाले श्रीधर राव ने बताया, “महिला ने सायं 4 बजे आत्महत्या की। घटना के बाद पुलिस आ तो गई लेकिन महिला का शव ले जाने के लिए एंबुलेंस रात के 10 बजे आई। लोगों की भीड़ लग गई और हम स्थानीय लोगों को स्थिति संभालना पड़ा।”
लोगों के अनुसार वेंकटेश की शव को ले जाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। नगर निगम के अधिकारियों से मदद मिलने में काफी देरी हुई। वेंकटेश के फ्लैट के सामने रहने वाले श्रीधर बाबू ने बताया, “प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर पुलिस तक शव को हाथ लगाने से घबरा रही थी। अगले दिन साढ़े पूर्वाहन 11 बजे दिन शव को गांधी हॉस्पिटल ले जाया गया।” इस दौरान शव को सही से नहीं ढकने और कोरोना प्रोटोकॉल का पालन न करने का आरोप भी लगा। हालांकि पुलिस ने इसका खंडन करते हुए कहा कि स्थानीय लोग खुद डरे हुए थे। उन्होंने पंचनामा तक साइन नहीं किया।