भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की राह पर चल पड़े हैं। “योगी मॉडल” पर अमल करते हुए यहां कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है। गुरुवार को यहां उनके इंदिरा प्रियदर्शनी कॉलेज में चार अवैध निर्माण को ढहा दिया गया। मसूद के खिलाफ कुछ दिन पहले ही एफआईआर दर्ज की गई थी। उन्होंने कुछ दिन पहले फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के खिलाफ बड़े विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया था। तब शिवराज ने इसे भारत सरकार की नीति और कोरोना गाइडलाइंस के खिलाफ बताते हुए प्रदर्शकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही थी।
भोपाल नगर निगम ने गुरुवार को खानू गांव स्थित बड़े तालाब के कैचमेंट एरिया में बनाई गई बिल्डिंगों पर कार्रवाई शुरू की। कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद का इंदिरा प्रियदर्शनी कॉलेज भी इसी इलाके में है। 50 मीटर के दायरे में यानी कैचमेंट एरिया में आने के कारण इस कॉलेज के चार अवैध निर्माणों को जमींदोज कर दिया गया।
आरिफ मसूद भोपाल मध्य विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक हैं। उन्होंने 29 अक्टूबर को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के खिलाफ इकबाल मैदान में एक बड़े प्रदर्शन की अगुवाई की थी, जिसमें हजारों लोगों की भीड़ इकट्ठा हुई थी।
प्रदर्शन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने के सभी नियम दरकिनार करते हुए लोगों ने काफी देर तक फ्रांस के खिलाफ प्रदर्शन किया था। इसके बाद आरिफ मसूद समेत 200 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई थी। मसूद के खिलाफ धारा 153 के तहत धार्मिक भावनाओं को आहत करने का एक और मामला भी दर्ज किया गया था।
भोपाल में हुए प्रदर्शन के बाद से ही मध्य प्रदेश में राजनीति गर्मायी हुई है। प्रदर्शन के अगले ही दिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा था कि इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी।