लखनऊ। उत्तर प्रदेश के 15 लाख राज्यकर्मियों को एक महीने के वेतन के बराबर बोनस मिलेगा जिसका भुगतान दीपावली से पहले कर दिया जाएगा। बोनस का 25 प्रतिशत हिस्सा पहले तरह नकद मिलेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बोनस भुगतान की मंजूरी दे दी है।
तदर्थ बोनस भुगतान के लिए मासिक परिलब्धियों की अधिकतम सीमा 7,000 रुपये तय की गई है। मार्च-2020 की वास्तविक औसत परिलब्धियां 7000 रुपये मानते हुए 30 दिन का बोनस 6908 रुपये मिलेगा। 4,800 रुपये ग्रेड पे तक पाने वाले अराजपत्रित कर्मचारियों को इसका लाभ मिलेगा। कर्मचारियों के बोनस भुगतान पर करीब 1022.75 करोड़ रुपये का व्यय भार आएगा।
बोनस का 75 फीसदी भुगतान जीपीएफ,पीपीएफ या एनएससी के रूप में मिलेगा। 25 प्रतिशत का नकद भुगतान किया जाएगा। इस तरह कर्मचारियों को बोनस के 6908 रुपये में से 1727 रुपये ही नकद मिल पाएंगे। दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों के तदर्थ बोनस की अधिकतम सीमा 1200 रुपये होगी। यानी 30 दिन के लिए 1184 रुपये मिलेगा। जो कर्मचारी भविष्य निधि खाते का सदस्य नहीं है, उसे जीपीएफ में जमा की जाने वाली 75 प्रतिशत राशि का एनएससी दिया जाएगा या उसके पीपीएफ एकाउंट में जमा किया जाएगा।
गोरतलब है कि कोविड-19 की वजह से कर्मचारियों का मंहगाई भत्ता स्थगित है। इस कारण कर्मचारी दीवाली के पहले बोनस का पूरा भुगतान नकद चाहते थे। केंद्र सरकार की घोषणा के बाद राज्य के कर्मचारियों को इसकी पूरी उम्मीद भी थी। लेकिन, राज्य सरकार ने महामारी के दौर में अपने आर्थिक संसाधनों और प्राथमिकताओं को देखते हुए सामान्य दिनों की तरह केवल 25 प्रतिशत ही नकद देने का फैसला किया।