अयोध्या। रामनगरी में वर्ष 2017 से शुरू हुआ दीपोत्सव इस बार केवल एक दिन का होगा। कोरोना वायरस महामारी की वजह से यह निर्णय किया गया है। अब सभी कार्यक्रम केवल 13 नवंबर को होंगे। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार तीन दिवसीय चौथे दीपोत्सव की शुरुआत 11 नवंबर से होनी थी।
दीपोत्सव आज यानी बुधवार से शुरू होना था। कोविड-19 की गाइडलाइंस के चलते इसके कार्यक्रमों में फेरबदल किया गया है। 11 और 12 को होने वाला रामलीला कार्यक्रम भी निरस्त कर दिया गया है। अब सिर्फ 13 नवंबर को ही मुख्य आयोजन होगा, जिसकी जिसकी तैयारियां अंतिम चरण में हैं। 13 नवंबर को अपराह्न 12 बजे साकेत महाविद्यालय से रामायण के प्रसंगों पर आधारित 11 झांकियों को सरयू तट के किनारे बने राम कथा पार्क ले जाया जाएगा। सायंकाल कोविड-19 पर केंद्रीय गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए राम की पैड़ी के 24 घाटों पर 10 हजार वॉलिंटियर छह लाख दीप जलाकर पिछले रिकॉर्ड को तोडेंगे।
बुधवार की शाम से बाहर से आने वाले लोगों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। दीप जलाने वाले सभी वॉलिंटियर को कोविड जांच होने पर ही प्रवेश दिया जाएगा।