नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस की तीसरी लहर में हालात बेकाबू होते देख अरविंद केजरीवाल सरकार फुल फार्म में आती लगा रही है। खासकर कोरोन महामारी पर हाईकोर्ट की सख्ती के बाद केजरीवाल सरकार ने सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने वालों पर 2000 रुपये का जुर्माना लगाने की घोषणा की है। अभी तक मास्क नहीं पहनने पर 500 रुपये जुर्माने का प्रावधान था। यानी अब राज्य सरकार ने जुर्माना चार गुना बढ़ाने का फैसला किया है।
दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति पर सर्वदलीय बैठक के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जुर्माना बढ़ाने का ऐलान किया। केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, “दिल्ली में कोरोना की स्थिति पर माननीय उप राज्यपाल से मुलाकात की और उन्हें स्थिति से अवगत कराया। हम इस बात पर सहमत थे कि ऐसा तंत्र बनाया जाए जिससे लोग मास्क न उतारें। इसी के तहत हमने मास्क नहीं पहनने पर जुर्माने को 500 से बढ़ाकर 2000 रुपये करने का फैसला किया है।”
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के सभी निजी अस्पतालों के 80 प्रतिशत बेड कोरोना के लिए आरक्षित किए जा रहे हैं। सभी नॉन-क्रिटिकल प्लान्ड सर्जरी को टालने के लिए कहा गया है। दिल्ली सरकार 663 आईसीयू बेड की व्यवस्था कर रही है, जबकि केंद्र सरकार 750 आईसीयू बेड की व्यवस्था कर रही है। कुल मिलाकर 1400 से अधिक आईसीयू बेड हो जाएंगे।
दिल्ली हाई कोर्ट ने लगाई थी फटकार
दिल्ली हाईकोर्ट ने कोविड-19 महामारी के खराब प्रबंधन को लेकर आठ दिन बाद ही केजरीवाल सरकार को दूसरी बार फटकार लगाई। गुरुवार को अदालत ने दोहराया कि दिल्ली सरकार कोरोन मैनेजमेंट के लिए जरूरी कदम उठाने में हीला-हवाली कर रही है। हाई कोर्ट ने कहा था, “आपने आज केंद्र के साथ बातचीत शुरू की है जबकि आपको यह पहले करना चाहिए था। हम यह नहीं कह रहे कि आप कार्रवाई नहीं कर रहे हैं, पर जो कर रहे हैं, वह काफी नहीं है।”
दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर
दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर के बाद स्थिति भयावह हो गई है। बुधवार को राजधानी में 100 से ज्यादा लोगों की मौत कोरोना संक्रमण के कारण हुई थी। दिल्ली में बढ़ते कोरोना के कारण केंद्र सरकार भी ऐक्शन में आ गई है। खुद गृह मंत्री अमित शाह ने कोरोना पर बैठक कर दूसरे राज्यों से पैरामेडिकल स्टाफ को दिल्ली बुलाने का फैसला किया गया।