मुंबई। गोरेगांव इलाके में ड्रग्स पैडलर्स के एक ग्रुप ने रविवार रात को नार्कोटिक्स क्राइम ब्यरो (NCB, एनसीबी) के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े और उनकी टीम पर हमला कर दिया। इस हमले में दो अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। हमलावर भीड़ में करीब 60 लोग शामिल होना बताए गए हैं। घायल अधिकारियों में विश्वाविजय सिंह और शिवा रेड्डी शामिल हैं।

एनसीबी की टीम जिस ड्रग पैडलर को पकड़ने गई थी, उसका नाम कैरी मैंडिस है। हालांकि अब मुंबई पुलिस की मदद से स्तिथि को काबू में कर लिया गया है। कैरी मैंडिस को उसके तीन  साथियों के साथ पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इन चारों के खिलाफ आईपीसी की धारा 353 के तहत गोरेगांव पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है।

बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले में शुरू हुई जांच में ड्रग्स एंगल सामने आने के बाद से ही एनसीबी लगातार छापेमारी कर रही है। बॉलीवुड के कई सितारों से पूछताछ की जा चुकी है और जांच की कड़ियां जुड़ते-जुड़ते कई ड्रग पैडलर्स पर कार्रवाई हो चुकी है।

एनसीबी ने मशहूर कॉमेडियन भारती सिंह और पति हर्ष लिम्बाचिया को भी गिरफ्तार किया है। एनसीबी ने भारती सिंह के कार्यालय और घर पर छापा मारा और दोनों जगहों से कुल 86.5 ग्राम गांजा बरामद किया। दोनों ने गांजा का सेवन करना भी स्वीकार कर लिया। हालांकि, विशेषज्ञों की माने तो भारती के घर से जो गांजा बरामद हुआ है उसकी मात्रा बहुत कम है। ऐसे में इसे कमर्शियल में शामिल नहीं किया जा सकता है। कमर्शियल में इसे तब शामिल किया जाता जब गांजा की मात्रा ज्यादा होती, यानी 900 ग्राम से अधिक होती या फिर कभी-कभी यह एक किलो ग्राम तक भी माना जाता है।

ब्यूरो के एक अधिकारी ने भी माना कि भारती सिंह के घर से कथित तौर पर बरामद गांजे की मात्रा कानून के तहत कम मात्रा है। एक हजार ग्राम गांजा तक को छोटी मात्रा माना जाता है और इसके लिए छह महीने तक की जेल या 10000 रुपये का जुर्माना या दोनों सजा हो सकती है। वाणिज्यिक मात्रा (20 किग्रा या इससे अधिक) होने पर 20 साल तक की जेल हो सकती है। इसके बीच की मात्रा के लिए 10 साल की जेल की सजा हो सकती है।

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