नई दिल्ली/अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अयोध्या में भव्य और दिव्य मंदिर के निर्माण के लिए एक व्यापक जनसम्पर्क और सहयोग अभियान शुरू करने जा रहा है। ट्रस्ट अब धन संग्रह अभियान चलाएगा। इसकी शुरुआत मकर संक्रांति पर्व से होगी। इस अभियान में जनमानस को साहित्य के माध्यम से श्रीराम जन्मभूमि अभियान के ऐतिहासिक महत्व से भी अवगत करवाया जाएगा। ट्रस्ट राम मंदिर के मॉडल का चित्र और मंदिर आंदोलन की गाथा के पत्रक के साथ गांव-गांव जाएगा। अभियान में 55 करोड़ लोगों से संपर्क कर उनसे सहयोग राशि लेने का निर्णय लिया गया है।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का मानना है कि जिस तरह जन्मभूमि को प्राप्त करने के लिए लाखों भक्तों ने कष्ट सहे और सहयोग किया, उसी प्रकार कोटि-कोटि रामभक्तों के स्वैच्छिक सहयोग से मन्दिर बने। देश के अधिकतर गांवों और शहरों में चलने वाले इस अभियान में रामभक्तों द्वारा मंदिर निर्माण के लिए स्वैच्छिक रूप से दिया गया आर्थिक सहयोग स्वीकार किया जाएगा। इसके लिए 10, 100 और 1000 रुपये के कूपन उपलब्ध रहेंगे। करोड़ों घरों में भगवान के दिव्य मन्दिर की तस्वीर भी पहुंचाई जाएगी। देश भर में चलने वाला यह अभियान मकर संक्रांति से शुरू होकर माघ पूर्णिमा तक चलेगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने सभी लोगों से अभियान में मदद देने की अपील की है।
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा, “हमारा उद्देश्य है कि धन संग्रह के साथ वर्तमान पीढ़ी को इस मंदिर के इतिहास की सच्चाइयों से अवगत करवाया जाए। अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, अंडमान निकोबार, त्रिपुरा समेत सभी कोनों पर यह संपर्क अभियान चलेगा जिसमें सभी हिंदू संगठन सहयोग करेंगे। भगवान के कार्य में धन बाधा नहीं हो सकता। पारदर्शिता बनाए रखने के लिए मंदिर ट्रस्ट ने एक रुपए से लेकर 10 रुपये, 100 रुपये, 1000 रुपये के कूपन और रसीदें छापी हैं। जनसंपर्क अभियान मकर संक्रांति से शुरू होकर माघ पूर्णिमा तक चलेगा।”
ऐसा होगा मंदिर
चंपत राय ने मंदिर की डिजाइन का पूरा विवरण देते हुए बताया कि संपूर्ण मंदिर पत्थरों से बनेगा। मंदिर तीन मंजिला होगा। प्रत्येक मंजिल की ऊंचाई 20 फुट होगी। मंदिर की लंबाई 360 फुट और चौड़ाई 235 फुट होगी। भूतल से 16.5 फुट ऊंचा मंदिर का फर्श बनेगा। भूतल से गर्भ गृह के शिखर की ऊंचाई 161 फुट होगी।
मंदिर निर्माण के लिए उप समिति गठित
श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के लिए नींव डिजाइन की समीक्षा और सिफारिशों के लिए संबंधित क्षेत्र के इंजीनियरों की एक उप समिति का गठन किया गया। इस उप समिति के अध्यक्ष आईआईटी दिल्ली के पूर्व निदेशक प्रो. वीएस राजू, कन्वेयर प्रो. एन गोपलाकृष्णन (निदेशक, सीबीआरआई, रुड़की) तथा सदस्य- प्रो.एसआर गांधी (निदेशक, एनआईटी, सूरत), प्रो. टीजी सीताराम (निदेशक, आईआईटी, गुवाहाटी), प्रो. बी. भट्टाचार्जी एमेरिटस (प्रोफेसर, आईआईटी, दिल्ली), एपी मुल (सलाहकार टीसीई), प्रो. मनु संथानम (आईआईटी, मद्रास) और प्रो. प्रदीपता बनर्जी (आईआईटी, मुंबई) हैं।