नई दिल्ली। प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरे (पीआईबी) फैक्ट चेक की तरफ से एक ऐसी सोशल मीडिया पोस्ट को भ्रामक बताया गया है जिसमें एक वीडियो शेयर किया गया है जिस पर प्राइवेट कंपनी का नाम छपा हुआ है। पीआईबी फैक्ट चेक ने बताया है कि यह सिर्फ एक विज्ञापन है।  जिस वीडियो के बारे में पीआईबी ने यह जानकारी दी है वह दरअसल कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की तरफ से सोशल मीडिया पर शेयर किया गया है।

वीडियो के साथ सोशल मीडिया पोस्ट में प्रियंका गांधी ने लिखा है, “जिस भारतीय रेलवे को देश के करोड़ों लोगों ने अपनी मेहनत से बनाया, भाजपा सरकार ने उस पर अपने अरबपति मित्र अडानी का ठप्पा लगवा दिया। कल को धीरे-धीरे रेलवे का एक बड़ा हिस्सा मोदी जी के अरबपति मित्रों को चला जाएगा। देश के किसान, खेती-किसानी को भी आज मोदी जी के अरबपति मित्रों के हाथ में जाने से रोकने की लड़ाई लड़ रहे हैं।”

प्रियंका गांधी वाड्रा के ऑफिशियल फेसबुक पेज पर ये वीडियो 14 दिसंबर को पोस्ट किया गया है। इस पोस्ट को केंद्र सरकार की एजेंसी पीआईबी ने भ्रामक बताया है। पीआईबी फैक्ट चेक (PIBFactCheck) की तरफ से 16 दिसंबर की दोपहर प्रियंका गांधी की पोस्ट के साथ एक ट्वीट किया गया है। इस ट्वीट में लिखा गया है, “यह दावा भ्रामक है। ट्रेन पर दिख रहा निजी कंपनी का प्रतीक चिन्ह केवल एक वाणिज्यिक विज्ञापन है जिसका उद्देश्य केवल ‘गैर किराया राजस्व’ को बेहतर बनाना है।”

गौरतलब है कि विपक्ष लगातार सरकार पर यह आरोप लगाता रहा है कि सरकारी चीजों को प्राइवेट प्लेयरों के हाथों में दिया जा रहा है। कृषि कानूनों को लेकर चल रहे मौजूदा आंदोलन से भी ऐसी आवाजें सुनाई दे रही हैं। लेकिन, इस बार रेलवे से जुड़ा जो दावा प्रियंका गांधी ने किया है, सरकार की तरफ से उसका खंडन किया गया है।

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