लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना वैक्सीन लगाने की तैयारी युद्धस्तर पर चल रही है। संभावना है कि दिसंबर के अंत या जनवरी की शुरुआत से वैक्सीनेशन के काम शुरू कराया जाएगा। इस क्रम में पहले स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को वैक्सीन दी जाएगी। हालांकि किस वैक्सीन को सभी को लगाया जाएगा और इसकी प्रक्रिया क्या होगी, इसे लेकर सरकार ने अभी कोई बयान नहीं दिया है। कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए तमाम कर्मचारियों और अधिकारियों के सभी अवकाशों को रद्द कर दिया गया है।

महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण ने डॉ राकेश दुबे ने बुधवार को इस संबंध में आदेश जारी करते हुए छुट्टियों को रद्द करने के लिए कहा है। सरकारी आदेश में कहा गया है कि दिसंबर 2020 और जनवरी 2020 की शुरुआत में कोरोना की वैक्सीन लगना प्रस्तावित है, जिसके लिए सभी अधिकारियों और कर्मचारियों का सहयोग आवश्यक है।

पत्र में आगे लिखा गया है, “वैक्सीनेशन के क्रम में महानिदेशालय के सभी अधिकारी और कर्मचारी, जिसमें संविदा और दैनिक वेतन भोगी मजदूर भी शामिल हैं, उन सभी के पूर्व में स्वीकृत सारे अवकाश निरस्त किए जाते हैं।”

वैक्सीन लगाने वालों को आसान भाषा में दें प्रशिक्षण : योगी आदित्यनाथ

सोमवार से उत्तर प्रदेश में वैक्सीन लगाने वाले वैक्सीनेटरों का प्रशिक्षण भी शुरू हो गया है। व्यवस्थाओं की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया कि वैक्सीनेटरों को प्रशिक्षण आसान भाषा में दिया जाए, ताकि उन्हें समझने में कोई परेशानी न हो। उन्होंने कहा है कि वैक्सीन के प्रभावी और सुरक्षित स्टोरेज संबंधी निर्देश सरकार पहले ही दे चुकी है। इस दिशा में तेजी से काम कर कोल्ड चेन को तैयार कर लिया जाए। कोरोना संक्रमित मरीजों को बेहतर से बेहतर इलाज की सुविधा दी जाए। 

टीकाकरण के लिए सरकारी स्तर पर तैयारी

गौरतलब है कि देश में कई कोरोना वैक्सीन के ट्रायल चल रहे हैं और जल्द ही इनमें से सबसे प्रभावी वैक्सीन को मंजूरी मिलने की बात कही जा रही है। सरकार के स्तर पर वैक्सीनेशन के लिए एक पूरा प्लान बनाया जा रहा है, जिससे कि टीकाकरण का काम पूरे प्रभावी तरीके से कराया जा सके। इसके लिए केंद्र और राज्य सरकारें भी आपसी संपर्क में हैं।

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