बरेली। महाराणा प्रताप संयुक्त जिला चिकित्सालय में आशाओं का आठ दिवसीय प्रारंभिक प्रशिक्षण शुक्रवार को शुरू हो गया।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत इस प्रशिक्षण के चतुर्थ बैच का शुभारंभ राज्य प्रशिक्षक अमित तोमर ने परिचय और माड्यूल की पृष्ठभूमि बताकर किया। उन्होंने आपस में बातचीत और एक खेल के माध्यम से परिचय कराते हुए आशा की मुख्य भूमिका पर प्रकाश डाला।

इससे पूर्व खेल के माध्यम से चार समूह बनाए गए। प्रशिक्षण के नियम आदि बनाते हुए प्रतिभागियों के दायित्व पर चर्चा की गई। संघर्षशील कार्यकर्ता की भूमिका के बारे में विस्तार से बिंदुबार समझाया गया। राज्य प्रशिक्षक डॉ आरएन सिंह ने आशा के क्रियाकलाप को समझाया। जिला प्रशिक्षक देशराज सिंह और शरीफ अली ने आशा की गतिविधियों के बारे में विस्तार से बताया। आशा के जीवन मूल्य, आशा को सहयोग और पर्यवेक्षण के संबंध में जानकारी देते हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समिति, आशा फैसिलिटेटर के कार्य और अपने कार्यों को व्यवस्थित करना सीखना पर विस्तार से जानकारी देते हुए ग्राम स्वास्थ्य रजिस्टर, आशा डायरी, आशा दवा किट पर विस्तार से जानकारी दी गई।

अपर शोध अधिकारी पीएस आनंद ने पहले दिन के प्रशिक्षण का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

सर्वप्रथम आशाओं का पंजीकरण हुआ। इनमें 15 आशा फरीदपुर और 15 आशा मुड़िया नबीबख्श से रहीं। इनमें शिवानी रस्तोगी, निर्मला गौतमी, पंकज यादव, मनीषा देवी, मीना, पिंकी, लता देवी, भावना, पूजा, शिल्पी सिंह, मीनू देवी, ज्योति सिंह, विमलेश कुमारी, राधा, अनीता गंगवार, सरिता देवी, रेनू, प्रीति मौर्य, देवबती, गोमती देवी, कविता, रजनी कश्यप, सोनाली पाल, लौंगश्री, मीना देवी, खुशबू देवी, कुसुम देवी, हेमकुमारी आदि शामिल हैं।

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