बरेली। “आशाएं सत्तावादी शैली को न अपनाकर सहभागी शैली को अपनाएं जिससे उनके कार्य में प्रगति हो और प्रदेश व भारत सरकार की विभिन्न स्वास्थ्य संबंधी योजनाएं जन-जन तक पहुंचाकर पात्रों को लाभ पहुंचा सकें।”
महाराणा प्रताप संयुक्त जिला चिकित्सालय में आशाओं के आठ दिवसीय प्रारंभिक प्रशिक्षण के दौरान राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के राज्य प्रशिक्षक अमित तोमर ने यह बात कही। इससे पहले उन्होंने आठ दिवसीय प्रारंभिक प्रशिक्षण के तृतीय दिवस का शुभारंभ “इतनी शक्ति हमें देना दाता” प्रार्थना के साथ किया।
अमित तोमर ने रोल प्ले और खेल के माध्यम से संचार के कौशल की जानकारी दी। संचार के तीन प्रकार- मौखिक, गैर मौखिक और लिखित के बारे में विस्तार से समझाया तथा संवाद करते समय ध्यान रखी जाने वाले बातों पर चर्चा की। समझौता वार्ता के कौशल को भी समझाया गया और समन्वय के कौशल का विस्तार से प्रशिक्षण दिया गया।
राज्य प्रशिक्षक डॉ आरएन सिंह, जिला प्रशिक्षक देशराज सिंह और शरीफ अली ने स्वास्थ्य, स्वच्छता और बीमारी के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने में आहार और खाद पदार्थों की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए हाथ धोने के कौशल को बताया और अभ्यास कराया गया। डॉ आरएन सिंह ने पारंपरिक दवाओं से उपचार के बारे में जानकारी देने के साथ ही आधुनिक दवाओं से उपचार के बारे में भी विस्तार से बताया। अपर शोध अधिकारी पीएस आनंद ने निरीक्षण करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
प्रशिक्षण में क्यारा, फतेहगंज पश्चिमी, नवाबगंज, दलेलनगर, भदपुरा, बहेड़ी की आशाओं ने हिस्सा लिया। इनमें किरन कश्यप, कमला देवी, सीमा देवी, राबिया, धर्मबती, मिथलेश, सुरजा देवी, रति कला, उपासना, मंजू देवी, ओमवती, ममता देवी, ख़ेम कुमारी, दुर्गेश कुमारी, मीना, रूना गगवार, राधा, पुष्पा, लक्ष्मी, स्नेह लता, लड़ैती देवी, पूनम देवी, उर्मिला, सुमन गंगवार, सुनीता देवी, ईश्वरी देवी, कमलेश मौर्य, नीरज सोलंकी शामिल हैं।