गाजियाबाद। (Muradnagar Roof Collapse Incident) उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के मुरादनगर में अंत्येष्टि स्थल की छत गिरने के मामले में पुलिस ने मुरादनगर नगर पालिका की अधिशासी अधिकारी (ईओ) निहारिका सिंह, जूनियर इंजीनियर चंद्रपाल और सुपरवाइजर आशीष को गिरफ्तार किया है। आरोपित ठेकेदार फरार हो गया है। रविवार को हुए इस हादसे में 25 लोगों की जान चली गई थी, जबकि 40 से ज्यादा लोग घायल हो गए।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर दुख जताते हुए मृतकों के परिवार को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। उन्होंने मंडलायुक्त मेरठ और एडीजी मेरठ जोन से घटना के बारे में रिपोर्ट तलब की है। प्राथमिक जांच में निर्माण में बेहद घटिया सामग्री के इस्तेमाल की बात सामने आई है। मुरादनगर नगर पालिका ने दो माह पहले ही इसका निर्माण कराया था। इस बीच गाजियाबाद पुलिस ने जांच के लिए कमेटी का गठन किया है।
बालाजी कालोनी निवासी जयराम की शनिवार को बीमारी के चलते मौत हो गई थी। रविवार सुबह करीब 10 बजे जयराम के शव को लेकर लोग उखलारसी अंत्येष्टि स्थल गए थे। अंतिम संस्कार में 100 से ज्यादा लोग शामिल थे। करीब 11 बजे अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी हो गई और पुजारी ने सभी लोगों को जयराम की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट के मौन के लिए गैलरी में बुलाया। करीब सवा 11 बजे गैलरी की छत भरभराकर गिर गई। चीख-पुकार के बीच कुछ लोग तो बाहर निकल गए, जबकि कुछ लोग मलबे के नीचे दब गए।
जयराम के बेटे दीपक की ओर से थाना मुरादनगर में नगर पालिका ईओ निहारिका सिंह, जेई चंद्रपाल, सुपरवाइजर आशीष और निर्माण करने वाले ठेकेदार अजय त्यागी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। निर्माण करने वाले अज्ञात कर्मचारियों और श्रमिकों को भी आरोपित बनाया गया है।