बरेली। महाराणा प्रताप संयुक्त जिला चिकित्सालय में नवीन आशाओं के आठ दिवसीय प्रारंभिक प्रशिक्षण का पंचम बैच मूल्यांकन उपरांत संपन्न हो गया, जिसमें 30 नवीन आशाओं को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।  इससे पहले “इतनी शक्ति हमें देना दाता” प्रार्थना के साथ राज्य प्रशिक्षक अमित तोमर ने प्रशिक्षण सत्र का शुभारंभ किया।

प्रशिक्षण में आशा बनने, स्वास्थ्य समुदाय क्या है, अधिकारों की समझ और स्वास्थ्य अधिकार, आशा के कौशल सहित स्वास्थ्य,  साफ-सफाई, बीमारियों के बारे में जानकारी दी गई। सामान्य स्वास्थ्य समस्याओं से कैसे निपटा जाए तथा संक्रामक बीमारियों टीवी और कुष्ठ रोग पर विस्तारपूर्वक प्रशिक्षण दिया गया। सामान्य बीमारियों जैसे मलेरिया की रोकथाम आदि के बारे में बताते हुए मातृत्व स्वास्थ्य एवं नवजात शिशु की देखभाल पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। नवजात शिशु के स्वास्थ्य, स्तनपान सहित शिशु और छोटे बच्चों का स्वास्थ्य एवं पोषाहार पर प्रशिक्षण देते हुए प्रशिक्षण की विभिन्न विधियों जैसे समूह चर्चा, रोलप्ले आदि द्वारा समझाया गया। किशोर स्वास्थ्य पर विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए रोल प्ले और समूह चर्चा के द्वारा समझाया गया।  आरटीआई, एसटीआई तथा अनचाही गर्भावस्था से बचाव और सुरक्षित गर्भपात पर प्रशिक्षण हुआ।

प्रशिक्षण के अंतिम दिन सभी आशाओं का मौखिक मूल्यांकन प्रशिक्षको द्वारा किया गया। राज्य प्रशिक्षक अमित तोमर और जिला प्रतिरक्षण अधिकारी आरएन सिंह ने प्रमाण पत्र वितरित किए। अपर शोध अधिकारी पीएस आनंद ने प्रशिक्षण में विशेष योगदान दिया।

किरन कश्यप, कमला देवी, सीमा देवी, राबिया, धर्मबती, मिथलेश, सुरजा देवी, रति कला, उपासना, मंजू देवी, ओमवती, ममता देवी, ख़ेम कुमारी, दुर्गेश कुमारी, मीना, रूना गगवार, राधा, लक्ष्मी, स्नेह लता, लड़ैती देवी, पूनम देवी, उर्मिला, सुमन गंगवार, सुनीता देवी, ईश्वरी देवी, कमलेश मौर्य, नीरज सोलकी सहित कुल 30 आशाओं को प्रमाणपत्र और फोटोग्राफ वितरित दिए गए।

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