नई दिल्ली। खूंखार आतंकवादी हाफिज सईद को टेरर फंडिंग मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। जमात-उद-दावा (जेयूडी) के सरगना सईद को आतंकवाद रोधी विभाग ने पाकिस्तान के पंजाब सूबे से बुधवार को गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने बताया कि सईद आतंकवाद रोधी अदालत में पेश होने के लिए लाहौर से जब गुजरांवाला आया था तभी उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसके खिलाफ कई मामले लंबित हैं।
सईद ऐसे वक्त पर गिरफ्तार किया गया है जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान गुरुवार को अमेरिका दौरे पर जाने वाले हैं। उल्लेखनीय है कि हाफिज सईद 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमलों (26/11) का मुख्य साजिशकर्ता माना जाता है। जमात-उद-दावा लश्करे तैयबा का मुखौटा संगठन है।
सईद और उसके तीन सहयोगियों (हाफिज मसूद, अमीर हमजा और मलिक जफर) को पाकिस्तान की एक आतंक रोधी अदालत (एटीसी) ने हाल ही में अपने मदरसे के लिए जमीन के अवैध इस्तेमाल से जुड़े मामले में 50-50 हजार रुपये के मुचलके पर तीन अगस्त तक अग्रिम जमानत दी थी।
इससे पहले अंग्रजी अखबरा डॉन ने खबर दी थी कि एटीसी ने जेयूडी नेताओं को 31 अगस्त तक अंतरिम जमानत प्रदान की है। आतंक रोधी विभाग (सीटीडी) ने लाहौर में अवैध तरीके से एक भूखंड हड़पने और उस पर मदरसा बनाने के लिए सईद और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। न्यायाधीश वारीच ने पंजाब पुलिस के सीटीडी को सईद और उसके तीन सहयोगियों को तीन अगस्त तक मामले में गिरफ्तार करने से रोक दिया।
संबंधित घटनाक्रम में लाहौर हाईकोर्ट ने सईद और उसके सात सहयोगियों द्वारा आतंक के वित्तपोषण और धन शोधन के आरोपों को चुनौती देने वाली याचिकाओं के संबंध में संघीय सरकार, पंजाब सरकार और आतंक रोधी विभाग को नोटिस जारी किया। इनसे दो हफ्ते के भीतर जवाब देने को कहा गया है।
जानकारों का कहना है कि पाकिस्तान ने यह कदम आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई के लिए उस पर पड़े अंतरराष्ट्रीय दबाव के बाद उठाया है। आतंकी वित्त पोषण पर नजर रखने वाली संस्था फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) ने धनशोधन और आतंकी वित्तपोषण के मामले में पाकिस्तान को ग्रे सूची में डाला हुआ है और उसे इसमें सुधार के लिए अक्टूबर तक की डेडलाइन दी है।