बरेली। बरेली के भोजीपुरा क्षेत्र में बरेली मण्डल के प्रथम मल्टी स्पेशलिटी आयुर्वेद अस्पताल ‘कायाबन्धु’ का शुभारम्भ गुरुवार को हो गया। अस्पताल का उद्घाटन बरेली शहर विधायक डॉ. अरुण कुमार ने फीता काटकर किया।

इस अवसर पर डॉ. अरुण कुमार ने कहा कि आयुर्वेद भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्धति है। कोरोना त्रासदी के बाद केवल हिन्दुस्तान में ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण विश्व ने आयुर्वेद को अपनाया और इसके अप्रतिम प्रभावों को भी जाना।

अस्पताल के निदेशक डॉ. दिनेश विश्वास ने कहा कि अभी तक इस क्षेत्र का दुर्भाग्य रहा था कि यदि कोई व्यक्ति अपने रोगों का इलाज आयुर्वेद, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियों से करना चाहता था तो उसे दक्षिण भारत का रुख करना पड़ता था। हमारे क्षेत्र की आवश्यकताओं को देखते  हुए कायाबन्धु परिवार ने क्षेत्र का पहला मल्टी स्पेशलिटी आयुर्वेद अस्पताल बरेली में खोला है। बताया कि भोजीपुरा स्थित कायाबन्धु मल्टी स्पेशिलिटी आयुर्वेद अस्पताल में आयुर्वेद के सभी विभागों के विशेषज्ञ चिकित्सक सेवाएं देंगे। साथ ही रोगी को भर्ती करने की सुविधा भी उपलब्ध होगी।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि शहर विधायक डॉ अरुण कुमार द्वारा बरेली के आयुर्वेद के विशेषज्ञ आयुर्वेदिक चिकित्सक प्रो. योगेश चन्द्र मिश्रा (संस्थापक विश्व आयुर्वेद परिशद), वरिष्ठ क्षार सूत्र सर्जन डॉ लालता प्रसाद और प्रसिद्ध नेत्र चिकित्सक डॉ एम.एस.बासु को आयुर्वेद ज्योति सम्मान से सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर बरेली के प्रतिष्ठित चिकित्सक डॉ. अरुणेश कुमार, डॉ. सौरभ गोयल, डॉ. देवेन्द्र सिंह, डॉ. असीम मजूमदार, डॉ. लोकेश गोयल, डॉ. संगीता, डॉ जायसवाल समेत शहर के अनेक गणमान्य नागरिक एवं अस्पताल के चिकित्सक उपस्थित रहे। आज सभी ने मकर संक्रान्ति पर खिचडी भोज का भी आनंद लिया।

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