लखनऊ। गठबंधन की राजनीति कर “चुनावी हवन” में अपने हाथ जला चुकीं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व बसपा सुप्रीमो मायावती ने शुक्रवार को अपने 65वें जन्मदिन पर बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा, “बसपा उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव अकेले ही लड़ेगी।” साथ ही दावा किया आगामी चुनाव में बहुजन समाज पार्टी की जीत तय है।
मायवती ने कहा कि हमें गठबंधन से नुकसान होता है। गौरतलब है कि बिहार में मायावती ने छोटी पार्टियों संग चुनावी तालमेल किया था। उत्तर प्रदेश में वह कांग्रेस के साथ तालमेल कर चुनाव लड़ चुकी हैं। दोनों ही जगह उन्हें नुकसान उठाना पड़ा।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी अकेले अपने बलबूते पर चुनाव लड़ेगी और अपनी सरकार बनाएगी। मायावती ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता एक बार फिर 2022 के विधानसभा चुनाव में 2007 की तरह ही सरकार बनाने का काम करें। साथ ही अन्य राज्यों में भी बसपा का जनाधार बढ़ाए। उनके लिए जन्म दिन का यही सबसे बड़ा तोहफा होगा।
उन्होंने ने विपक्षी दलों पर भी हमला बोला। साथ ही केंद्र सरकार से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलनरत किसानों की सभी मांगों को मानने की अपील की। मायावती ने कहा कि केंद्र सरकार से आग्रह करती हूं कि किसानों की सभी मांगों को मान लेना चाहिए जिसमें तीन कृषि क़ानूनों को वापस लेना विशेष है। किसान अपने हित और अहित को अच्छी तरह से समझते हैं।
कोरोना टीकाकरण अभियान का किया स्वागत
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि देश में कल से शुरू हो रहे कोरोना टीकाकरण अभियान का बसपा स्वागत करती है। हमारी पार्टी का विशेष अनुरोध है कि केंद्र सरकार कोरोना वैक्सीन मुफ़्त में दे। अगर केंद्र सरकार हमारे इस अनुरोध को स्वीकार नहीं करती है तो सभी राज्य सरकारों को यह सुविधा मुफ़्त में देनी चाहिए।
मायावती ने कहा कि अगर केंद्र और उत्तर प्रदेश की वर्तमान भाजपा सरकार यहां के आम लोगों को ये (कोरोना टीकाकरण) सुविधा मुफ़्त में नहीं देती तो इस बार यहां बसपा की सरकार बनने पर ये सुविधा मुफ़्त में दी जाएगी।
इससे पहले मायावती ने गुरुवार की सुबह ट्वीट कर पार्टी समर्थकों का आह्वान किया कि वे लोग इस दिन (जन्मदिन) को कोरोना महामारी के नियमों का पालन करते हुए पूरी सादगी से “जनकल्याणकारी दिवस” के रूप में मनाएं। पीड़ितों, अति-ग़रीबों, असहायों आदि की अपने सामर्थ्य के अनुसार मदद भी करें।