बरेली। उत्तर प्रदेश के बरेली में कुतुबखाना पर प्रस्तावित ओवरब्रिज के प्रति विरोध दर्ज कराने के लिए व्यापारियों ने गुरुवार को बाजारबंदी के दिन अनोखा तरीका अपनाया। तमाम व्यापार मंडलों के पदाधिकारी और दुकानदार पुल के विरोध में कुतुबखाना पर इकट्ठा हुए। भैंस को प्रशासन बताते हुए उसके आगे बीन बजाकर विरोध दर्ज कराने का योजना थी लेकिन बीन बजते ही भैंस बेकाबू हो गई जिससे भगदड़ मच गई। तमाम प्रयास के बावजूद भैंस काबू में नहीं आयी तो दूसरी भैंस मंगवाकर विरोध प्रदर्शन किया गया।
स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत कोतवाली से घंटाघर और कुतुबखाना होते हुए कोहाड़ापीर तक 1577 मीटर लंबा ओवरब्रिज प्रस्तावित है। इसके लिए 129 करोड़ रुपये का बजट भी मंजूर हो गया है। कुतुबखाना क्षेत्र और नैनीताल रोड के व्यापारी इसका विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि पुल बनने पर उनका कारोबार चौपट हो जाएगा। व्यापारी पुल की जगह अंडरपास बनाने की मांग कर रहे हैं।
फ्लाईओवर निर्माण का विरोध करने के लिए व्यपारी संगठनों ने इसके लिए 23 जानवरी को धरना-प्रदर्शन का आह्वान किया है। इसके लिए माहौल बनाने को गुरुवार को आनन-फानन में भैंस के आगे बीन बजाककर विरोध दर्ज कराने का कार्यक्रम बनाया गया। लेकिन, बीन बजाते ही भैंस बेकाबू हो गई जिससे भगदड़ मच गई। गनीमत रही कि साप्ताहिक बंदी का दिन होने की वजह से बाजार में ज्यादा भीड़ नहीं थी अन्यथा बड़ी घटना हो सकती थी। बहरहाल, भैंस बेकाबू होने से कुतुबखाना से जिला अस्पताल तक जाम लग गया। भैंस कुछ ऐसी बिदकी कि फिर काबू में नहीं आयी। इस पर दूसरी भैंस मंगवाकर विरोध जताने का कोरम पूरा किया गया। इस दौरान व्यापारियों ने कमिश्नर हटाओ व्यापार बचाओ और कमिश्नर मुर्दाबाद के नारे लगाए। व्यापारियों का कहना था कि पुल के विरोध में जल्द ही मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा जाएगा।
विरोध प्रदर्शन करने वालों में व्यापार मंडलों के पदाधिकारी परमजीत सिंह, गगन, संजय आनंद, लोकेश कालड़ा, राहुल सिंगला, अनिल पाटिल, रामकिशोर शुक्ला, प्रिंस सोडि, अजय पाहवा सोनू, सरपाल, विशाल मल्होत्रा, सुशील पाठक, दानिश, शोभित सक्सेना, मोइन खान, मनोज, राहुल, भूपेंद्र सिंह, राजेन्द्र, नरेश, चंद्रपाल, ऋषि अग्रवाल, सोनू सिंह, अमित शर्मा आदि शामिल थे।