नई दिल्ली। पेट्रोलियम, मीडिया और संचार के क्षेत्र में सफलता के नए आयाम गढ़ने के बाद मुकेश अंबानी के रिलायंस समूह (रिलायंस इंडस्ट्रीज) ने अब खिलौना बाजार में भी अपने कदम रख दिये हैं। समूह की अनुषंगी कंपनी रिलायंस ब्रांड्स ने खिलौनों का खुदरा कारोबार करने वाली कंपनी हैमलेज के अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी कर ली है। यह अधिग्रहण 6.79 करोड़ पौंड (करीब 620 करोड़ रुपये) में किया गया है। दुनिया की सबसे पुरानी खिलौना कारोबार से जुड़ी कंपनी हैमलेज की शुरुआत 1760 में हुई थी। हैमलेज के 18 देशों में 167 स्‍टोर हैं। 

  रिलायंस ब्रांड्स ने इसी साल मई में हांगकांग की सी. बैनर इंटरनेशनल से हैमलेज ग्लोबल होल्डिंग्स में 100 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए समझौता-प्रपत्र पर हस्ताक्षर किये थे। शेयर बाजार को दी जानकारी में रिलायंस ब्रांड्स ने बताया है कि उसने ब्रिटेन में एक विशेष कंपनी (SPV) का गठन करके हैमलेज में 100 प्रतिशत हिस्सेदारी को खरीदा है। 

हैमलेज कंपनी कई बार बिक चुकी है। 2015 में चीन की सी बैनर इंटरनेशनल कंपनी ने 10 करोड़ येन में इसका अधिग्रहण किया था। पिछले साल अक्‍टूबर में मीडिया रिपोर्ट में बताया गया था कि हंगकांग स्‍टॉक एक्‍सचेंज में लिस्‍टेड सी बैनर इंटरनेशनल ने घाटे में चल रही हैमलेज के लिए रणनीतिक समीक्षा शुरू की है और वह इसे बेचना चाहती है।

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