नई दिल्ली। Tata Consultancy Services (TCS, टीसीएस) दुनिया की सबसे ज्यादा वैल्यू वाली सॉफ्टवेयर कंपनी (most valued software company) बन गई है। TCS ने सोमवार को दुनिया की दिग्गज आईटी कंपनी Accenture को पीछे छोड़ते हुए सबसे मूल्यावान कंपनी होने का यह मुकाम हासिल किया है। TCS का मार्केट कैप सोमवार को 169.9 अरब डॉलर यानी करीब 12,43,540.29 करोड़ रुपये को पार कर गया। पिछले साल अक्टूबर में भी TCS ने Accenture पछाड़कर दुनिया की सबसे ज्यादा मार्केट कैप वाली सॉफ्टवेयर कंपनी (most valuable IT services company in the world) का दर्जा हासिल किया था।
करीब दो साल पहले आईटी दिग्गज IBM दुनिया की सबसे बड़ी आईटी कंपनी थी जिसका रेवेन्यू TCS से 300 प्रतिशत ज्यादा हुआ करता था। दूसरे नंबर पर Accenture का नाम था। मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के बाद भारत में 12 लाख करोड़ से ज्यादा का मार्केट कैप की ऊंचाई को छूने वाली कंपनी भी TCS ही है।
साल 2018 में IBM इस मार्केट में शीर्ष कंपनी थी। उस दौरान IBM का कुल रेवेन्यू टीसीएस की तुलना में करीब 300 प्रतिशत ज्यादा था। इसके बाद दूसरे स्थान पर एक्सेंचर का नाम था। हालांकि, पिछले साल ही अप्रैल में टीसीएस का मार्केट 100 अरब डॉलर के पार पहुंचा था। हालांकि पिछले साल अप्रैल में TCS ने 100 बिलियन डॉलर वैल्यूएशन को छुआ था और Accenture के मार्केट को पछाड़ दिया था।
टीसीएस के नतीजे बेहद शानदार
8 जनवरी 2021 को TCS ने अपने तीसरी तिमाही के नतीजे घोषित किए थे। कंपनी का प्रदर्शन काफी शानदार रहा था। उसके बाद से ही कंपनी शेयर में तेजी बनी हुई है। 31 दिसबंर 2020 को समाप्त इस तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटेड मुनाफा 8,701 करोड़ रुपये रहा है जिसके 8515 करोड़ रहने का अनुमान था। पिछली तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटेड मुनाफा 8,433 करोड़ रुपये रहा था। तीसरी तिमाही में कंपनी के मुनाफे में तिमाही आधार पर 16.4 प्रतिशत और सालाना आधार पर 7.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने को मिली है।
TCS सबसे मजबूत
इन नतीजों के मुताबिक, पिछले 9 साल में वित्त वर्ष 2021 की तीसरी तिमाही में कंपनी की ग्रोथ में सबसे ज्यादा मजबूती देखने को मिली। इस मौके पर TCS के CEO ने कहा था कि कंपनी की मार्केट पोजिशन अब तक की सबसे मजबूत स्थिति में है। तीसरी तिमाही में कंपनी का कैश कनवर्जन रिकॉर्ड स्तर पर रहा है। इस शानदार तिमाही प्रदर्शन का असर कंपनी के शेयरों पर देखने को मिल रहा है।