नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सोमवार को वर्ष 2021-22 का आम बजट पेश किया। यह राजग-2 का तीसरा बजट है। कोरोना संकट के बीच आने वाले इस बजट में हेल्थ सेक्टर को काफी प्राथमिकता दी गई है। इस बजट में उन उपायों को किए जाने की दरकार थी जिनका अगले दो-तीन वर्षों में स्वास्थ्य के क्षेत्र में जमीनी असर नजर आए। आर्थिक सर्वेक्षण 2020-21 में भी उन उपायों की ओर ध्यान दिलाते हुए स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र का बजट बढ़ाए जाने की सिफारिश की गई थी।
स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए घोषणाएं
– 2021-22 का बजट 6 स्तंभों पर टिका है। पहला स्तंभ है स्वास्थ्य और कल्याण, दूसरा-भौतिक और वित्तीय पूंजी और अवसंरचना,तीसरा-अकांक्षी भारत के लिए समावेशी विकास, मानव पूंजी में नवजीवन का संचार करना,पांचवा-नवाचार और अनुसंधान और विकास, छठा स्तंभ-न्यूनतम सरकार और अधिकतम शासन।
पब्लिक हेल्थ के लिए वेबसाइट की शुरुआत। कोविड वैक्सीन के लिए 35 हजार करोड़ का एलान
– 64,180 करोड़ के साथ एक नई केंद्र प्रायोजित योजना पीएम आत्मानिभोर स्वच्छ भारत योजना शुरू की जाएगी
– स्वस्थ्य भारत हमारा मंत्र, नई बीमारियों पर रहेगा हमारा फोकस
– 602 ब्लॉक में क्रिटिकल केयर अस्पताल बनेंगे
– आत्मनिर्भर स्वास्थ्य सेवा की शुरुआत होगी
– हेल्थकेयर के लिए कुल 2.23 लाख करोड़ का एलान। वित्त मंत्री ने कहा कि 35 हजार करोड़ कोविड वैक्सीन के लिए आवंटित किए गए हैं। जरूरत पड़ने पर और फंड दिया जाएगा। हेल्थ बजट कुल दो लाख 32 हजार करोड़ रुपए का है। पिछली बार यह बजट 92 हजार करोड़ का था। इस बार इसमें 137 फीसदी की बढोतरी हुई है।