कठुआ। जम्मू-कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने  भारतीय सेना के “ऑपरेशन विजय” के 20 साल पूरे होने पर कारगिल युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण किया। इसके साथ ही उन्होंने उझ और सांबा में बनाए गए दो ब्रिजों को राष्ट्र को समर्पित किया। इस दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि कश्मीर की समस्या का समाधान होकर रहेगा, अगर बातचीत से नहीं तो कैसे निकलेगा समाधान ये मैं अच्छी तरह से जानता हूं। यकीन मानिये कश्मीर की समस्या का समाधान होकर रहेगा।

रक्षा मंत्री ने कहा कि कश्मीर के अलगाववादी नेता अपने बच्चों को विदेश में पढ़ाते है और यहां के बच्चों से पत्थर फिंकवाते हैं। अलगाववादी नेता बार-बार कहते हैं कि आजादी चाहते हैं। कैसी आजादी जैसी पाकिस्तान में है वैसी? उन्होंने कहा कि 2030 आते-आते भारत दुनिया के टॉप तीन देशों में खड़ा हो जाएगा और ये लोग देश को पीछे ले जाना चाहते हैं।

राजनाथ ने कहा कि कश्मीर में जो लोग आंदोलन कर रहे हैं, वे एक बार बैठ कर बात तो करें। सीनियर लीडर बात करने गए पर उन्होंने बात करना उचित नहीं समझा जबकि जितनी बार मैंने अपील की है, उतनी बार किसी ने नहीं की है।

रक्षा मंत्री ने  ब्रिज बनाने की तारीफ करते हुए कहा कि बीआरओ ने अपनी जिम्मेदारी पूरी ताकत से निभाई और पाकिस्तान की शेलिंग के बावजूद यहां काम किया। उन्होंने कहा ये ब्रिज लोगों को जवानों से जोड़ेंगे और दुश्वारियों को भी कम करेंगे। सेना के जवानों की आसानी से आवाजाही हो सकेगी और कानून व्यवस्था बनाए रखने में भी सुविधा होगी। ऐसे ही 12 अन्य पुल बनाने का काम भी किया जा रहा है।

error: Content is protected !!