नई दिल्ली। केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के विरोध में शनिवार को किसान संगठनों के चक्का जाम के बीच भाकियू के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने एक बार फिर इन तीनों कानूनों को रद्द करने की मांग दोहराई। उन्होंने कहा, “हमने कानूनों को निरस्त करने के लिए सरकार को 2 अक्टूबर तक का समय दिया है। इसके बाद हम आगे की प्लानिंग करेंगे। हम दबाव में सरकार के साथ बातचीत नहीं करेंगे।”

राकेश टिकैत ने कहा, “सरकार कृषि कानूनों को वापस ले और एमएसपी पर कानून बनाए नहीं तो आंदोलन जारी रहेगा। हम पूरे देश में यात्राएं करेंगे और पूरे देश में आंदोलन होगा।”

कृषि कानूनों का विरोध कर रहे 40 किसान संगठनों ने शनिवार को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक देशभर में चक्काजाम किया। प्रदर्शनकारियों ने राजस्थान-हरियाणा के बीच शाहजहांपुर बॉर्डर पर जाम लगा दिया। उधर, पंजाब में अमृतसर और मोहाली में किसान गाड़ियों को रोकने के लिए सड़कों पर बैठे। इसके साथ ही जम्मू-पठानकोट हाईवे पर भी वाहनों की आवाजाही रोक दी। हालांकि, बंद के दौरान एंबुलेंस जैसे इमरजेंसी सर्विस वाले वाहनों को नहीं रोका गया।

शनिवार को चक्काजाम के दौरान दिल्ली समेत कई जगहों पर प्रदर्शनकारी हिरासत में ले लिये गए, लेकिन कुल मिलाकर प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा। कहीं से हिंसा या तोड़फोड़ की खबर नहीं आई। चक्का जाम खत्म होने के बाद राकेश टिकैत ने कहा कि दबाव में सरकार से बात नहीं करेंगे। कानून वापसी के लिए सरकार को 2 अक्टूबर तक का वक्त दिया है।

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