नई दिल्ली। दुनिया का सबसे बड़ा भू-माफिया चीन अब सॉफ्टवेयर और कंप्यूचर नेटवर्किंग के लिए बड़ा खतरा बनता जा रहा है। साइबर अटैक के जरिए मुंबई में बिजली आपूर्ति ठप कर देने का खुलासा होने के बाद अब पता चला है कि चीन बीमारियों पर रिसर्च करने वाले संस्थानों, लॉ फर्म, उच्च शिक्षण संस्थानों, डिफेंस कॉन्ट्रेक्टर्स, पॉलिसी फर्म, एनजीओ आदि को निशाना बना रहा है।
अमेरिकन टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने चीन से होने वाले नए साइबर अटैक को लेकर अलर्ट किया है। उसने कहा है कि चीन सॉफ्टवेयर की मदद से सर्वर को टारगेट कर रहा है। इसे हफनियम कहा जा रहा है। माइक्रोसॉफ्ट में कस्टमर और ट्रस्ट के कॉर्पोरेट वाइस प्रेसिडेंट, टॉम बर्ट ने कहा, “हफनियम चीन में स्थित है। यह मुख्य रूप से अमेरिका में लीज वर्चुअल प्राइवेट सर्वर (VPS) का ऑपरेट करता है।”
इस तरह किया जा रहा टारगेट
माइक्रोसॉफ्ट थ्रेट इंटेलिजेंस सेंटर ने इस बात का पता लगाया है कि हफनियम किसी एक्सचेंज सर्वर तक पहुंचने से पहले पासवर्ड चुराता है। दूसरा, ये एक ऐसे वेब शेल बनाता है जिससे सर्वर को रिमोटली कंट्रोल किया जा सके। तीसरा, यह उस रिमोट एक्सेस का उपयोग करता है जो यूएस-बेस्ड प्राइवेट सर्वर से चलता है।
नया सिक्योरिटी अपडेट जारी किया
माइक्रोसॉफ्ट ने ग्राहकों की सुरक्षा के लिए एक्सचेंज सर्वर के लिए सिक्योरिटी अपडेट जारी किया है। ये अपडेट सभी एक्सचेंज सर्वर ग्राहकों को तुरंत लागू करने के लिए प्रोत्साहित करती है। पिछले 12 महीनों में यह आठवीं बार है जब माइक्रोसॉफ्ट ने सार्वजनिक रूप से सिविल सोसायटी की महत्वपूर्ण संस्थानों को टारगेट करने वाले ग्रुप का खुलासा किया है।