लखनऊ। देश के कई राज्यों में कोरोना की दूसरी लहर का असर उत्तर प्रदेश में भी दिखने लगा है। कई जिलों में पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ी है। इस बीच देश में बीते 24 घंटों में कोरोना वायरस संक्रमण के करीब 25 हजार नए मामले सामने आने से न केवल संबंधित राज्यों बल्कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की चिंता भी बढ़ गई है। राज्य सरकार हाई अलर्ट पर है। सभी जिलाधिकारियों और पुलिस कप्तानों को किसी भी स्थान पर अधिक लोगों को एकत्र न होने देने का सख्त निर्देश दिए गए हैं। इस महीने के आखिरी सप्ताह में कई त्योहार हैं। इस कारण सरकरा जरा सा भी कोताही नहीं चाहती।

दरअसल, पंजाब, महाराष्ट्र, दिल्ली, मध्य प्रदेश, राजस्थान और कर्नाटक में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश में अलग से फोकस सैम्पलिंग अभियान शुरू किया है। यह अभियान 27 मार्च तक चलेगा। ट्रेन, बस और विमान से प्रदेश में आने वालों को ट्रैक करने के बाद उनकी टेस्टिंग की जा रही है। कई जगह रैंडम चेकिंग भी की जा रही है। बरेली में सोमवार को ऐसी ही चेकिंग के दौरान एआरटीओ कार्यालय में लाइसेंस बनवाने आए 6 लोग संक्रमित मिले थे। इसके बाद सभी सार्वजनिक स्थानों और कार्यालयों में एहतियात बरतने को कहा गया है। सभी मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को सजग-सतर्क हो जाने का निर्देश दिया गया है। सभी एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर यात्रियों की रैंडम जांच करने के लिए कहा गया है।

मुख्य सचिव ने की स्थिति की समीक्षा

मुख्य सचिव ने कोरोना संक्रमण के साथ ही विभिन्न योजनाओं की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा की। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, कर्नाटक, दिल्ली आदि राज्यों में कोरोना संक्रमण में फिर तेजी से वृद्धि हो रही है जो कि सेकंड व थर्ड वेव के रूप में सामने आ रहा है। उत्तर प्रदेश में भी कुछ जिलों में संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। इसे देखते हुए सजगता और सतर्कता जरूरी है। अतः जिलों में इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर पूरी तरह सक्रिय रखें। जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी और अन्य संबंधित अधिकारी प्रतिदिन बैठक कर जांच, कान्टैक्ट ट्रेसिंग व सर्विलांस की प्रगति की समीक्षा करें। उन्होंने वैक्सीनेशन बढ़ाने पर भी जोर दिया।

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