नई दिल्ली: ‘कभी कभी’, ‘सिलसिला’ ‘नूरी’ और ‘बाजार’ जैसी हिट फिल्मों को लिखने वाले प्रख्यात लेखक-फिल्मकार सागर सरहदी का उम्र संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं के चलते रविवार रात निधन हो गया। वह 88 वर्ष के थे। उनके भतीजे फिल्मकार रमेश तलवार ने आज सोमवार को यहां बताया कि उन्होंने यहां सियोन के निकट अपने आवास पर अंतिम सांस ली। तलवार ने कहा, ‘मध्यरात्रि से कुछ देर पहले उनका निधन हो गया। वह कुछ समय से बीमार थे और उन्होंने खाना तक छोड़ दिया था।’


तलवार ने कहा कि सागर सरहदी का अंतिम संस्कार आज दोपहर बाद सियोन शवदाह गृह में किया जाएगा। पाकिस्तान के ऐबटाबाद शहर के निकट बफ्फा शहर में पैदा हुए सरहदी का असली नाम गंगा सागर तलवार था। सीमांत प्रांत से संबंध होने के चलते उन्होंने अपने नाम के आगे ‘सरहदी’ जोड़ लिया था। 12 साल की उम्र में वह दिल्ली आकर रहने लगे थे। सरहदी ने उर्दू लघु कथाओं से अपने करियर की शुरुआत की और फिर उर्दू नाट्य लेखक बन गए। फिल्मकार यश चोपड़ा की 1976 में आई अमिताभ बच्चन और रेखा अभिनीत फिल्म ‘कभी कभी” से उन्होंने बॉलीवुड में प्रवेश किया। 

सागर सरहदी ने यश चोपड़ा की ‘सिलसिला (1981)’ तथा श्रीदेवी और ऋषि कपूर अभिनीत ‘चांदनी’ जैसी फिल्मों के संवाद भी लिखे। 1982 में सरहदी ने निर्देशन में हाथ आजमाए और सुप्रिया पाठक शाह, फारूक शेख, स्मिता पाटिल और नसीरुद्दीन शाह अभिनीत फिल्म ‘बाजार’ का निर्देशन किया। उन्होंने 1992 में रिलीज हुई शाहरुख खान की पहली फिल्म ‘दीवाना’ और ऋतिक रोशन की पदार्पण फिल्म ‘कहो ना प्यार है’ के संवाद भी लिखे।

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