श्रीनगर : अमरनाथ यात्रा इस साल 28 जून को शुरू होनी है। इस दौरान फूलप्रूफ सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन का उपयोग करके चौबीसों घंटे यात्रा मार्गों की निगरानी की जाएगी ताकि तीर्थयात्रा में किसी भी तरह का विघ्न न पड़ने पाये। कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) विजय कुमार ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करने के दौरान यह जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि सेना, सीआरपीएफ और पुलिस सभी अलर्ट पर हैं।
दक्षिण कश्मीर हिमालय में अमरनाथ की 3,880 मीटर ऊंची गुफा मंदिर की 56 दिवसीय यात्रा 28 जून को पहलगाम और बालटाल के जुड़वां मार्गों से शुरू होगी और 22 अगस्त को समाप्त होगी।
विजय कुमार ने कहा, “हम गर्मियों के महीनों के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। हमने एक योजना तैयार की है और चौकियों को बढ़ाया जाएगा, कुछ शिविरों को स्थानांतरित किया जाएगा और हम चुनाव के बाद अतिरिक्त बल प्राप्त करेंगे। तीर्थयात्रियों को किसी भी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।”
आईजी विजय कुमार ने कहा, “यह देखा जा रहा है कि क्या अतिरिक्त बलों की आवश्यकता है कहां-कहां ड्रोन का इस्तेमाल किया जा सकता है और उपकरण रखे जा सकते हैं। हम पूरी तरह से सतर्क हैं और फूलप्रूफ सुरक्षा व्यवस्था होगी।
आईजी ने कहा कि यात्रा मार्गों को पूरी तरह से साफ कर दिया जाएगा और 24 घंटे गश्त और नाके होंगे। उन्होंने कहा, “इस बार (यात्रा) मार्गों पर रात के दौरान भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। सुरक्षाकर्मियों को मोबाइल बंकर, गश्ती वाहन और एनवीडी (नाइट विजन डिवाइस) उपलब्ध कराए जाएंगे। कुमार ने कहा कि सुरक्षा वाहनों को 360 डिग्री कैमरों से लैस किया जाएगा और नागरिक वाहनों के साथ दूरी बनाए रखी जाएगी।
उन्होंने कहा, “मुझे विश्वास है कि जनता हमें पूरी तरह से समर्थन देगी। यात्रा वाहनों के लिए समय सीमा भी तय की जाएगी। मिक्स-वे में उन्हें अनुमति नहीं दी जाएगी।”
यह पूछे जाने पर कि खुफिया इनपुट्स में अमरनाथ यात्रा के दौरान या सुरक्षा बलों पर आतंकवादी हमलों के बारे में कोई विशेष जानकारी दी गई है, आईजी ने कहा कि आतंकवादियों से हमला न करने की उम्मीद करना सही नहीं होगा।