लखनऊ। (COVID-19 in UP) महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, मध्य प्रदेश, राजस्थान और झारखंड के बाद उत्तर प्रदेश में भी कोरोना वायरस की दूसरी लहर डराने लगी है। प्रदेश के 20 जिलों में कोरोना संक्रमित लगातार बढ़ रहे हैं। इस मार्च में संक्रमण 170 प्रतिशत बढ़ा है। प्रदेश में 28 फरवरी को 2,104 संक्रमित थे थे और अब ये बढ़कर 5,824 हो गए हैं। संकेत मिल रहे हैं कि लोगों ने अपना रवैया नहीं सुधार और लापरवाही बरतते रहे तो अप्रैल की शुरुआत से प्रदेश में नाइट कर्फ्यू लगाया जा सकता है।
संक्रमण बढ़ने करी तेज रफ्तार को देखते हुए योगी आदित्यनाथ सरकार ने होली समेत कई पर्वों और त्रि-स्तरीय पंचायत चुनावों को लेकर हाई अलर्ट घोषित किया है।ऐसे में माना जा रहा है कि सरकार अप्रैल के पहले सप्ताह से प्रदेश में नाइट कर्फ्यू भी लगा सकती है। सरकार ने इसको लेकर अपनी तैयारी भी शुरू कर दी है। जांच के साथ कांटेक्ट ट्रेसिंग बढ़ा दी गई है। जिलों में कोविड अस्पतालों की संख्या भी लगातार बढ़ाई जा रही है।
प्रदेश सरकार कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते नए संक्रमण से फिर लडऩे की तैयारी में है। माना जा रहा है कि अप्रैल के पहले हफ्ते से राज्य में नाइट कर्फ्यू लग जाएगा। होली के अवकाश के कारण सरकार के आदेश पर 31 मार्च तक मेडिकल कॉलेजों को छोड़कर सभी स्कूल और कॉलेज बंद हैं। इलाहाबाद हाईकोर्ट के निर्देश पर सभी अदालतें भी 2 अप्रैल तक बंद कर दी गई हैं।
राजधानी लखनऊ में बिगड़ रहे हालात
लखनऊ में कोविड वायरस संक्रमण काफी गति पकड़ रहा है। रोजाना 100 से अधिक नए संक्रमित मिल रहे हैं। बीते 24 घंटे में लखनऊ में कोरोना के 347 नए मामले सामने आए हैं। शहर में एक्टिव केस का आंकड़ा 1032 पहुंच गया है।
आगरा और मथुरा में मिला अफ्रीकी स्ट्रेन
आगरा और मथुरा से लखनऊ भेजे गए संक्रमितों के सैंपल में कोरोना का अफ्रीकी स्ट्रेन पाया गया है। आगरा से 7 लोगों के कोरोना पॉजिटिव के सैंपल को लखनऊ के केजीएमयू में जांच के लिए भेजा गया था। इनमें से 3 में अफ्रीकी कोरोना स्ट्रेन पाया गया है। मथुरा से भेजे गए सैंपल में बरसाना निवासी व्यक्ति को कोरोना के अफ्रीकी स्ट्रेन की पुष्टि हुई है। अभी 4 लोगों की रिपोर्ट का इंतजार है। ब्रज में पहली बार कुल 4 लोगों में अफ्रीकी स्ट्रेन से पीडि़त मिले हैं।
टीकाकरण दोगुना करने की तैयारी
उत्तर प्रदेश में भी कोरोना के तेजी से बढ़ते कोरोना केसों के मद्देनजर सरकार ने टीकाकरण अभियान को और तेज करने का निर्णय किया है। इसके तहत जहां अभी टीके लगाए जा रहे हैं (इनमें शहरी और ग्रामीण दोनों केंद्र शामिल हैं) उन केंद्रों की टीकाकरण की क्षमता में वृद्धि की जाएगी। प्रदेश के हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटरों और नए निजी अस्पतालों को इस अभियान में शामिल किया जाएगा और जिन निजी अस्पतालों में टीके लगाए जा रहे हैं उनकी क्षमता वृद्धि की जाएगी। इससे वर्तमान टीकाकरण की तुलना में करीब-करीब दोगुना टीकाकरण होने लगेगा।