बरेली। सूदखोरों द्वारा किए जा रहे उत्पीड़न से परेशान होकर आत्महत्या करने वाले अरुण सक्सेना का परिवार गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है। परिवार में अब अरुण की पत्नी सरिता और तीन बच्चे ही बचे हैं। हालात ऐसे कि भूखे रहने की नौबत आ गई है। ऐसे विकट हालात देख राष्ट्र जागरण युवा संगठन उनकी मदद को आगे आया है। मंच के पदाधिकारी शनिवार देर शाम पीड़ित परिवार से मिले और एक महीने का राशन उपलब्ध कराने के साथ ही बच्चों की शिक्षा में मदद करने का भरोसा दिलाया।  

अरुण सक्सेना को यह आत्मघाती कदम तब उठाना पड़ा जब सूदखोरों के आतंक की जानकारी पुलिस और प्रशासन को देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। इससे सूदखोरों का हौसला इस कदर बढ़ गया कि उन्होंने अरुण को उनके घर के बाहर ही बुरी तरह प्रताड़ित और अपमानित किया। इससे क्षुब्ध होकर अरुण ने गले पर फंदा लगाकर जान दे दी। पुलिस-प्रशासन की अनदेखी की वजह से तीन बच्चियों के सिर पर से पिता का साया छिन गया।

अरुण के परिवार की दुर्दशा देख मोहल्ले के कुछ लोग और राष्ट्र जागरण युवा संगठन के राष्ट्रीय महासचिव अमित भारद्वाज अपने साथियों के साथ उनके घर पहुंचे और बच्चों की पढ़ायी में कोई व्यवधान न आने देने का आश्वासन दिया। संगठन के संरक्षक पवन सक्सेना और आदेश प्रताप सिंह ने एक माह का राशन उपलब्ध कराया। रोहित जिंदल ने भी हर संभव मदद का आश्वासन दिया। अमित भारद्वाज ने बताया कि संगठन का एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही जिलाधिकारी से मिलकर परिवार की सहायता और इस प्रकरण में दोषी लोगों के विरुद्ध कार्रवाई  की मांग करेगा। क्योंकि पुलिस-प्रशासन की लापरवाही की वजह से अरुण की मृत्यु हुई है, ऐसे में उसका हर्जाना भी पुलिस-प्रशासन को भरना चाहिए।

इस दौरान सचिन श्याम भारतीय, सौरभ शर्मा, जीतू देवनानी, महेंद्र टिकयानी, आशु अग्रवाल, कौशिक टंडन, अरुण वर्मा, गौरीशंकर शर्मा, कमल श्रीवास्तव, आशीष माइकल, अन्नू जुनेजा ने परिवार का हर संभव सहयोग करने की बात कही।

साथ ही हम “बरेली लाइव” के माध्यम से आप सभी सुधि लोगों से अरुण के परिवार की मदद की अपील करते हैं। उनका निवास मोहल्ला भूड़ में आर्य समाज मंदिर के निकट है।

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